कैथेड्रल में जाने के लिए उत्सुक लोगों की भीड़ के बीच कुछ चुनिंदा पादरियों को कैथेड्रल में प्रवेश दिया गया। बता दें कि पुनर्निर्माण के लिए दान के रूप में इस चर्च को 850 मिलियन यूरो ($ 953 मिलियन) की लागत आने का अनुमान है। फ्रांस सरकार ने कहा है कि इस राशि का 10% अरबपतियों, व्यापारी नेताओं और अन्य लोगों से दान के रूप में प्राप्त हुआ है। 15 अप्रैल को हुए अग्निकांड के बाद इस प्रार्थना सभा में लगभग 30 लोग उपस्थित थे। ये सभी अपने सिरों पर सुरक्षात्मक टोपी पहने हुए थे। श्वेत वस्त्र और पीले रंग के डंडे की औपचारिक वेशभूषा में पुजारी कम्यून के दौरान प्रायः मौन ही रहे। पेरिस के आर्कबिशप माइकल एपेटिट ने इस पूजा सेवा का नेतृत्व किया।
आर्कबिशप माइकल एपेटिट ने प्रार्थना सभा के बाद बोलते हुए कहा,”यह उन सभी के लिए आशा और धन्यवाद का संदेश है, जो इस गिरिजाघर में थे। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन इमारत में हेलमेट के साथ सामूहिक जश्न मनाना “थोड़ा अजीब” था। इस पूजा को एक धार्मिक टीवी चैनल पर लाइव प्रसारित किया गया था। बता दें कि फ्रांस की सरकार ने इस कैथेड्रल के निर्माण के लिए दुनिया भर से दान की अपील की है। फ्रांस के संस्कृति मंत्री फ्रेंक रिस्टर ने कहा कि कैथेड्रल अभी भी एक नाजुक स्थिति में है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने कैथेड्रल को फिर से पहले जैसा करने के लिए पांच साल का लक्ष्य रखा है।
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