मामा हसन ने बताया कि मई 2015 में 19 मई को वे सरफ़राज़ की शादी में कराची गए थे। उस वक्त भी सरफ़राज़ के मोहाजिर होने की बात पाकिस्तानी मीडिया ने उठाई थी। सरफराज, महबूब हसन की पाकिस्तान के कराची शहर में रहने वाली बहन अकीला बानो का बेटा है।
महबूब हसन उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के दिलेरगंज, कुंडा के मूलरूप से रहने वाले हैं, लेकिन 1995 में हसन की नौकरी इटावा में लग जाने से पूरा परिवार यहीं रह रहा है। बकौल हसन 1991 में उनकी शादी के दौरान ही करीब 4 साल की उम्र में सरफराज हिंदुस्तान आया था, उस समय शादी इलाहबाद में हुई थी। सरफराज की मां अकीला बानो एक दफा 2010 में इटावा के डॉ. भीमराव अंबेडकर कृषि इंजीनियरिंग कालेज आ चुकी है, लेकिन बीजा नियमावली के मुताबिक सिर्फ कुंडा में ही रुकने की अनुमति थी इसलिए आकर जल्द ही चली गई थी।