भाजपा की उपलब्धियों पर प्रोफेसर यादव ने कहा कि 2014 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वोट मांगने के दौरान कहा करते थे कि सत्ता में आने के बाद हर साल दो करोड़ बेरोजगार नौजवानों को नौकरी देंगे। मौजूदा समय में रोजगार नहीं मिल रहे हैं। नोटबन्दी और जीएसटी ने कारोबारियों के धंधे बंद करा दिये हैं। इतना ही नहीं कारोबारियों ने अपने अपने यहां 40-40 फीसदी से अधिक कर्मियों की छुट्टी कर दी है, जिनकी संख्या करोड़ों में है। हर साल दो करोड़ लोगों को नौकरी देने का दावा करने वाली सरकार ने कई करोड़ नए बेरोजगार पैदा कर दिये हैं।
सपा महासचिव ने कहा कि सत्ता में आने से पहले भाजपाई यह कर रहे थे कि सारे देश में अमन-चमन होगा। लेकिन इस समय पूरा देश तनाव में है। बीजेपी अकेली ऐसी सरकार है जो चाहती है कि लोगों में तनाव रहे, मनमुटाव हो। क्योंकि मनमुटाव व आपसी बिखराव से ही इस सरकार को लाभ है। किसी का कोई नुकसान हो देश रसातल में चला जाये, इससे भारतीय जनता पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता। इनको सिर्फ सत्ता में बने रहने से मतलब है। भाजपाई विश्वास के साथ असत्य बोलने में पारंगत हैं। बड़े से बड़ा झूठ बोलने के बावजूद भी उनके चेहरों पर कोई शिकन तक नहीं आती
किसानों की दोगुनी आय पर सपा महासचिव ने कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कहने वाले भाजपा नेता यह बताने की हालत में नहीं हैं कि अब तक कितने किसानों की आमदनी दोगुनी हुई है।
सपा नेता ने कहा कि पहले की सरकारों के भ्रष्टाचार की वजह से ही बीजेपी सत्ता में आई, लेकिन इस सरकार में हजारों करोड़ के घोटाले हो रहे हैं। यादव ने विजय माल्या, नीरव मोदी, राहुल चौकसी का जिक्र करते हुए कहा कि यह घोटालेबाज़ लगातार देश से फरार हो रहे हैं। उनको लोन देते समय इस बात का ध्यान नहीं रखा गया कि किसी की कोई सम्पति बंधक नहीं रखी या नहीं। आज अगर इनकी संपति बंधक होती तो कम से कम उनकी सपंति को तो जब्त किया जा सकता था। देश के बैंक दिवालिया होने के कगार पर हैं। ऐसी स्थिति में लोगों को करोड़ों रुपये जमा होने के बाद मात्र एक लाख रुपये पर ही संतोष करना पड़ेगा।
गाय पालने के सवाल पर रामगोपाल यादव ने कहा कि दूध कारोबारी दुधारू गाय बाहर से मंगाना चाहते हैं, लेकिन जो भी गाय आदि ले कर जाता है, भीड़ उसको मार देती है। इससे अंदाजा लगा लीजिएगा कि गाय को लेकर कितना खौफ आदमी में है।
ये कैसी अंधेरनगरी
उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा था कि राममंदिर निर्माण के लिए वो पूरी तरह से तत्पर हैं, रामगोपाल यादव ने कहा कि ऐसे बड़बोले मंत्री पर आज तक किसी ने भी संज्ञान नहीं लिया। बयान को मुख्यमंत्री तो पूरी तरह से नजर अंदाज कर ही रहे हैं, वहीं अदालतें भी स्वत संज्ञान लेने बच रही हैं। कैसी अंधेरनगरी मचा रखी है।
समलैंगिकों के मुद्दे पर सपा नेता ने कहा कि भाजपा खुद को भारतीय संस्कृति की वाहक बताती है। इस मुददे पर पीछे हटना यह बताता है कि भाजपा की बदौलत ही समलैगिंकों के पक्ष में कानून बना है।
प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन के कारण कुछ सीटों पर भाजपा की करारी हार के बाद हर कोई अब उत्तर प्रदेश की ओर ही देख रहा है। भाजपा भले ही दोबारा सत्ता में आने की बात कह रही हो, लेकिन असलियत में सत्ता से बहुत दूर जाने वाले हैं। राजस्थान में करारी हार होने वाली है। मध्यप्रदेश में भी यही हालात हैं और छत्तीसगढ़ में भी सत्ता से दूर ही रहेंगे।
शिवपाल यादव के समाजवादी सेक्युलर मोर्चे पर रामगोपाल यादव ने कमेंट तक करने से इनकार कर दिया। पूर्व में अमर सिंह गठित लोकमंच पार्टी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उसने 403 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन आज यह पार्टी कहां है किसी को पता है क्या?