रामजनम ने रुचिकर बनाने के लिए काफी परिश्रम व प्रयास
वर्ष 2003 से बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत रामजनम सिंह ने बच्चों को शिक्षा देने के साथ ही शिक्षणेत्तर गतिविधियों से बच्चों को जोड़ने, उन्हें जागरुक करनें तथा शिक्षा को रुचिकर बनाने के लिए काफी परिश्रम व प्रयास किया है। उन्होंने शिक्षा में कॉमिक्स, कठपुतली व मुखौटे बनाने और उनके माध्यम से बच्चों को पढ़ाने का एक अभिनव प्रयोग किया है। इसे इटावा में ही नहीं पूरे प्रदेश में सराहा गया है और कई स्थानों पर उनके इस प्रयोग को अपनाया भी जा रहा है।
ई-लर्निंग को लेकर प्रोजेक्ट तैयार करने में जुटे रामजनम
पिछले दिनों से वह ई-लर्निंग को लेकर प्रोजेक्ट तैयार करने में जुटे हैं ताकि बच्चों को काफी अच्छी तरह से शिक्षा दी जा सके। यह प्रोजेक्ट भी तैयार हो गया है और इसी शिक्षा सत्र में इस नए माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग में जिले में रामजनम सिंह की गिनती सर्वाधिक सक्रिय व तरक्की पसंद शिक्षकों में होती है जो बच्चों को शिक्षित करने व शिक्षा को रुचिकर बनाने के प्रयासों में लगातार जुटे रहते हैं।
चिकर शिक्षा देने की सीख अपने गुरुजनों से मिली
रामजनम सिंह का कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रयास करने और बच्चों को रुचिकर शिक्षा देने की सीख उन्हें अपने गुरुजनों से मिली है जिसको उन्होंने अपने साथियों के सहयोग से अमली जामा पहनाया।