अखिलेश यादव ने वोटर लिस्ट को लेकर कहा कि अधिकारियों के पास दूसरी और राजनीतिक पार्टियों के पास दूसरी वोटर लिस्ट होगी। इलेक्शन कमीशन को इस दिशा में विचार करना चाहिए। जिससे की निष्पक्ष चुनाव हो।
टेंपरेरी व्यवस्था व्यवस्था की जा रही अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए कि एनडीए को हरायेगा। नौजवानों से नौकरी छीनी जा रही है। अग्निवीर जैसी टेंपरेरी व्यवस्था लागू की गई है, बड़े पैमाने पर पेपर लीक हो रहे हैं। बीजेपी के पास इसका क्या जवाब है? उनके कार्यकर्ता भी निराशा है।
वोट दिल्ली वालों के नाम पर तो संसद क्या करेंगे? राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सब कुछ दिल्ली वालों के सहारे चल रहा है। ऐसे में जनता का दुख दर्द कौन सुनेगा। वोट दिल्ली वालों के नाम लिया जा रहा है तो फिर संसद क्या करेंगे? उन्होंने सवाल किया की होर्डिंग में सांसदों के चेहरे क्यों नहीं है? सांसद के काम पर वोट क्यों नहीं मांगा जा रहा है? बोले आज प्रत्याशी का चेहरा गायब है। कल वह भी गायब हो जाएंगे।
2014 में नमक की क्या? इस मौके पर उन्होंने बीजेपी के वादों को भी दोहराया। जिसमें किसानों की आय दुगनी करने, दो करोड़ नौकरी देने, बैंकों को मुनाफा में लाने का वादा किया गया था। उन्होंने कहा कि सभी कुछ महंगा हो चुका है। 2014 में नमक की कीमत क्या थी और आज क्या है? यूपी की जनता बैंड बाजों के साथ इनकी विदाई को तैयार है।