script‘हम गरीबों के लिए घर बनाने की कहते रहे, वो विदेशी टोंटियों से अपना बंगला सजाते रहे’ | Narendra Modi Attack on Akhilesh yadav over costly Bungalow | Patrika News

‘हम गरीबों के लिए घर बनाने की कहते रहे, वो विदेशी टोंटियों से अपना बंगला सजाते रहे’

locationएटाPublished: Apr 20, 2019 05:27:06 pm

मोदी ने भाषणों की शुरुआत ही अखिलेश यादव और मायावती पर निशाना साधते हुए की। तीखे प्रहार किए।

narendra modi

‘हम गरीबों के लिए घर बनाने की कहते रहे, वो विदेशी टोंटियों से अपना बंगला सजाते रहे’

एटा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा 2019 के लिए भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में एटा में रैली संबोधित की। इस दौरान मोदी उपस्थित भीड़ को देख कर गदगद दिखे। मोदी ने भाषणों की शुरुआत ही अखिलेश यादव और मायावती पर निशाना साधते हुए की। मोदी का पूरा भाषण सपा-बसपा के गठबंधन पर केंद्रित रहा। मोदी ने पूरे भाषण में दोनों का नाम तक नहीं लिया बुआ-बबुआ कहकर ही संबोधित करते रहे। मोदी ने सपा बसपा पर जमकर निशाना साधा।
मोदी ने पूछा कि सपा बसपा मिलकर भी आतंकवाद खत्म कर सकते हैं क्या? कांग्रेस वाले महामिलावटी आतंकवाद खत्म करेंगे क्या? हम सभी चौकीदार मिलकर ये काम करेंगे। मोदी ने सपा बसपा के गठबंधन को महामिलावट बताया। जानिए मोदी के भाषण की प्रमुख बातें।
सपा बसपा की स्वार्थ की महा मिलावट

1- जिनको सपा बसपा वाले वोटबैंक मानकर चल रहे थे, सोच रहे थे कि उनकी सुविधा से यहां वहां ट्रांसफर हो जाएंगे, ऐसा नहीं हुआ। उनको लगता था कि देश के वोटरों के वही ठेकेदार हैं। वलेकिन वोटर समझदार है।
2- उत्तर प्रदेश को जातपात में तोड़ कर अपनी राजनीति चमकाने वाले ये भूल गए कि जब बात देश की आती है तो उत्तर प्रदेश देश को बांटने वालों को मुंहतोड़ जवाब देता है।
3- कुछ परिवारों के निजी स्वार्थ के लिए यूपी जनता वोट नहीं करगी बल्कि अपना विकास औऱ मजबूत सरकार चुन रहे हैं।

4- यूपी की जनता मजबूरी में दुश्मन के साथ जाने वालों के साथ नहीं जा सकती बल्कि एक मजबूत सरकार बनाएगी।
5- खोकले वादे करने वाले हैं, खोकली दोस्ती करने वाले हैं ये (सपा-बसपा) लोग।

6- एक दोस्ती यूपी चुनाव में भी हुई लेकिन ये दोस्ती दुश्मनी में बदल गई। ये फर्जी दोस्ती भी 23 मई को टूट जाएगी और उस दिन बुआ और बबुआ दुश्मनी का पार्ट -2 शुरू कर देंगे। एक दूसरे को तबाह करने की धमकियां देने लगेंगे।
7- सिर्फ और सिर्फ अपना हित सोचने वाले ये लोग कभी दलित पिछड़ों का हित नहीं सोच सकते, ये बताएं कि इनके पास ऐसे कितने गरीब हैं जिन्हें इन्हें आगे बढ़ाया है।

8- गरीब के नाम पर इन लोगों ने सिर्फ और सिर्फ अपना बैंक बैलेंस बढ़ाया है।
9- यूपी में योगी जी की सरकार से पहले खुद को समाजवादी बताते हैं, लोहिया जी का नाम लेते हैं उन्होंने गरीबों का घर बनाने की चिंता नहीं की। वो तो अपने बंगले पर ध्यान देते रहे।
10- हम चिट्ठी लिखते रहे लेकिन वो अपने घर को विदेशी टाइलों से सजाने में लगे रहे। सुना है टोंटियां भी शानदार लगाईं हैं। हम गरीबों का घर बनाने की कहते रहे लोकिन वो विदेशी टोंटियां लगवाने में व्यस्त रहे।
11- सपा बसपा की सरकारें अलग रही हैं लेकिन नियत एक जैसी रही है, लूट और भ्रष्टाचार की।

12- बुआ के समय हुआ भ्रष्टाचार और बबुआ के समय हुआ अत्याचार।

13- अपने ऐसे ही होनहार (सपा, एटा प्रत्याशी) को सपा ने फिर से आपके बीच खड़ा किया है, बुआ भी इनका समर्थन कर रही है। मायावती जी वाकई आपका फैसला कठिन है। इसीलिए दलितों पर अत्याचार करने वालों से आपने गठबंधन किया है।
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