राज्यसभा में उठाया सवाल पत्रकार समाज का दर्पण होता है विभिन्न परिस्थितियों में वह आम गरीब मजदूर किसान उद्यमी राजनेता सहित तमाम लोगों की खबरें तो दिखाता ही है इसके साथ ही समाज में एकरूपता लाने का प्रयास भी करता है लेकिन पत्रकार जगत में अधिकतर पत्रकारों को उचित सुविधाएं प्राप्त नहीं है। इसके साथ ही रिटायरमेंट और पत्रकारों पर एक्सीडेंटल आपदा आने पर उनके परिजनों को भरण-पोषण की व्यवस्था नहीं हो पाती है, इन्हीं मुद्दों को राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने राज्यसभा में उठाया। इस मुद्दे पर पक्ष विपक्ष के तमाम सांसदों का उन्हें सहयोग भी मिला।ट
अन्य सांसदों ने किया समर्थन गौरतलब है कि पत्रकारों के परिवारों के भरण पोषण के लिए तमाम नेताओं ने वादे किए थे लेकिन सरकार की ओर से अभी तक कोई भी उचित कदम नहीं उठाए गए हैं। छोटे छोटे जिलों और कस्बों के पत्रकारों के समक्ष सुरक्षा के साथ रोजी रोटी का संकट भी होता है। पत्रकारों की इस वेदना को राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने राज्यसभा के सभापति उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की मौजूदगी में सदन के पटल पर रखा तब देखने वाली बात यह होगी कि सरकार इस मुद्दे पर क्या एक्शन लेती है।