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मंत्री से वार्ता में नहीं हुआ समाधान, बिजली कर्मियों का महापड़ाव जारी

Published: Sep 20, 2018 01:08:33 pm

बिजली कंपनियों के तकनीकी कर्मचारियों के महापड़ाव के तीसरे दिन राजस्थान के ऊर्जा राज्य मंत्री सक्रिय हुए। मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह ने विद्युत भवन में महापड़ाव में शामिल कर्मचारी संगठनों से वार्ता की।

Rajasthan Energy Department

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बिजली कंपनियों के तकनीकी कर्मचारियों के महापड़ाव के तीसरे दिन राजस्थान के ऊर्जा राज्य मंत्री सक्रिय हुए। मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह ने विद्युत भवन में महापड़ाव में शामिल कर्मचारी संगठनों से वार्ता की। मगर वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंची और संगठन पदाधिकारी बैरंग लौट गए। इसके बाद कर्मचारियों में गुस्सा बढ़ गया और शाम होते-होते 11 कर्मचारी आमरण अनशन पर बैठ गए। इस बीच सद्बुद्धि यज्ञ भी शुरू कर दिया, जिसमें कर्मचारियों ने आहुतियां दीं। इससे पहले ऊर्जा मंत्री के साथ हुई वार्ता में मुख्य रूप से ग्रेड-पे बढ़ोत्तरी को लेकर चर्चा हुई। कर्मचारियों ने साफ कर दिया कि जब तक सरकार आदेश जारी नहीं करेगी, तब तक महापड़ाव समाप्त नहीं होगा। इसमें अन्य चार मांगों पर भी सकारात्मक रुख दिखाने की जरूरत जताई। हालांकि, मंत्री ने वित्त विभाग स्तर पर प्रस्ताव को अंतिम रूप देने की बात कही। कुछ देर बात संगठन पदाधिकारी निकल गए। उधर, जगतपुरा में चल रहे महापड़ाव में बड़ी संख्या में कर्मचारी डटे हुए हैं। इस बीच 22 विभागों के इंजीनियरों के संगठन फैडरेशन ऑफ राजस्थान इंजीनियर्स ने भी महापड़ाव को समर्थन देते हुए मंत्री से मिलने पहुंचे, जिससे कि धरना समाप्त हो सके।

इन संगठनों ने भी मंत्री पर बनाया दबाव
आरएसईबी इंजीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव बी.एल. जाट, जयपुर डिस्कॉम इंजीनियर एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल माचीवाल, फैडरेशन ऑफ राजस्थान इंजीनियर्स के समन्वयक जी.एस. भदौरिया सहित अन्य पदाधिकारी भी ऊर्जा मंत्री से मिलने पहुंचे। ये पदाधिकारी महापड़ाव स्थल पर भी पहुंचे।

फॉल्ट रेक्टिफिकेशन टीम
इस बीच चर्चा चलती रही कि फॉल्ट रेक्टिफिकेशन टीम (एफआरटी) ने भी समर्थन दे दिया है, इससे अफसरों की चिंता ज्यादा बढ़ गई। लेकिन बाद में अफसरों ने साफ किया कि ऐसा नहीं हुआ है। एफआरटी टीम ठेका फर्म है।

-सकारात्मक रूप से वार्ता हुई है। कर्मचारियों की मांग पर सरकार पहले से ही सक्रिय है। एक बार फिर उच्च स्तर पर इसकी जानकारी दी गई है जिससे कि ऐसी स्थिति समाप्त की जा सके। इंजीनियर्स एसोसिएशन से जुड़े अन्य संगठन पदाधिकारियों से भी जानकारी ली है। -पुष्पेन्द्र सिंह, ऊर्जा राज्य मंत्री

-एफआरटी से जुड़ा काम अनुबंधित फर्म को दिया हुआ है, जो ठेका फर्म है। उनका धरने पर बैठे कर्मचारियों को समर्थन की बात सही नहीं है। टीम शहर में काम कर रही है। अजीत सक्सेना, अधीक्षण अभियंता, जयपुर डिस्कॉम

अब विद्युत श्रमिक महासंघ भी दोबारा शुरू करेगा आंदोलन
विद्युत कर्मचारियों के संयुक्त मोर्च की तरफ से चल रहे महापड़ाव से अलग चल रहा विद्युत श्रमिक महासंघ (बीएमएस) भी अब अपने स्तर पर आंदोलन शुरू करेगा। ग्रेड—पे मांग पर अब तक आदेश जारी नहीं होने के कारण महासंघ ने यह फैसला किया है। इसके तहत गुरुवार को सभी जिलों में भोजनावकाश में अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन होगा। 24 सितंबर को जयपुर में राम मंदिर पावर हाउस पर क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा। इस मामले में महासंघ की बुधवार को बैठक हुई। इस बीच उर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव संजयमल्होत्रा से भी मिले।

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