ज्ञापन के माध्यम से सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम के सफाई दरोगा सूर्यमणि तिवारी पर आरोप लगाया कि वह कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करता है। वहीं काम देने के एवज में रुपए मांगता है, जो कर्मचारी उसे रुपए नहीं देता उसे काम नहीं दिया जाता है। कई बार स्थिति यह भी निर्मित हुई है कि काम देने के एवज में सफाई कर्मचारियों से रुपए लेता है और एक से दो माह तक काम देने के बाद उन्हें फिर से बैठा दिया जाता है।
आठ साल बाद पुलिस की पकड़ में आया ये स्थाई वारंटी, नाम बदलकर रह रहा था इस गांव में, पढि़ए खबर… इस बात को लेकर सफाई कर्मचारियों ने सोमवार को हड़ताल किया। इस बात की सूचना बीते शनिवार को ही दे दी गई थी। सफाई कर्मचारियों ने कलेक्टर के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। इस मामले में कार्यवाही की मांग की गई थी। इसके बाद भी अब तक किसी प्रकार से कार्यवाही नहीं हुई। सोमवार के बाद मंगलवार को भी सफाई कर्मचारियों का हड़ताल जारी रहा। सोमवार को सफाई कर्मचारी एक बार फिर कलेक्टोरेट पहुंचे थे। इस समय भी सफाई कर्मचारियों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। सौंपे ज्ञापन में यह आरोप लगाया कि नगर निगम का सफाई दरोगा कर्मचारियों को धमका रहा है धमकाते हुए उनसे काम लिया जा रहा है। वहीं कर्मचारियों ने स्पष्ट कहा है कि जब तक सफाई दरोगा के खिलाफ कार्यवाही नहीं होती तब तक में हड़ताल जारी रखेंगे।
मिलीभगत का लगाया आरोप
सफाई कर्मचारियों ने इस बात की शिकायत इससे पहले नगर निगम आयुक्त से की थी। शिकायत करीब दो से तीन बार की जा चुकी है इसके बाद भी नगर निगम आयुक्त के द्वारा इस शिकायत पर किसी प्रकार से कार्यवाही नहीं हुई। ऐसे में अब सफाई कर्मचारी नगर निगम आयुक्त के नाम किसी प्रकार से शिकायत नहीं देते हुए सीधे कलेक्टर से शिकायत कर रहे हैं।
–प्लेसमेंट में काम करने वाले सफाई कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। हालांकि प्लेसमेंट एजेंसी को यह निर्देश दिया गया है कि वह वैकल्पिक व्यवस्था करें ताकि सफाई व्यवस्था किसी प्रकार से प्रभावित ना हो- विनोद पांडेय, आयुक्त, नगर निगम