200 से ज्यादा छात्र तो ही…
युक्तियुक्त करण के तहत सरकारी स्कूलों की छठी से लेकर 9वीं तक तभी हिंदी का शिक्षक तैनात किया जाएगा जब छात्र संख्या दो सौ से ज्यादा होगी। अन्यथा दूसरे विषय के टीचर ही हिंदी पढ़ाने का
काम करेंगे। एेसे में तकरीबन अस्सी फीसदी सरकारी स्कूलों से हिंदी शिक्षक का पद अपने आप समाप्त हो रहा है।
राज्य में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। और वर्तमान सरकार फिर से सत्ता में आने के लिए अपने हर पेंतरे को आजमाने की कोशिश करेगी। बेरोजगारों को और अतिथि शिक्षकों को भी खुश करे में पुरजोर कोशिश करेगी। अतिथि शिक्षकों को रीट में छूट दी गई थी। लेकिन नई भर्तियां ही युवा वर्ग को लुभाने का सबसे अच्छा जरिया हो सकता हैं।