चमगादड़ों से पराश्रव्य तरंगें (अल्ट्रासोनिक वेव्ज) निकलती हैं, जो कि बाधा से टकराकर पुन: उसके पास पहुंच जाती हैं और उसे आने वाली बाधा का पता चल जाता है।
प्रकाश की गति ध्वनि की गति से ज्यादा है। इसलिए समान दूरी तय करने में ध्वनि को प्रकाश की अपेक्षा अधिक समय लगता है। इसलिए बादलों की गरज बिजली की चमक के बाद आती है।
0.46 सेमी पारे के दाब पर जल का क्वथनांक (बोइलिंग पॉइंट ऑफ वाटर) 0 डिग्री सेल्सियस होता है। चंद्रमा पर वायुदाब पारे के 0.1 सेमी से भी कम है। इतने कम दाब पर जल का क्वथनांक 0 डिग्री सेल्सियस से भी कम हो जाता है। इसलिए चंद्रमा पर बर्फ को गर्म करने पर जल में नहीं बदलकर सीधे भाप में बदल जाता है।
कॉपर सल्फेट का नीला रंग उसमें उपस्थित केलासन जल (क्रिस्टलाइज ऑफ वाटर) के कारण होता है, पर जब इसे गर्म करते हैं, तो इसका केलसान जल समाप्त हो जाता जिससे कॉपर सल्फेट का नीला रंग भी समाप्त हो जाता है और वह सफेद हो जाता है।
बारिश में पानी की वाष्प वायु में मिल जाती है, जिससे वायु का घनत्व कम हो जाता है और ध्वनि की चाल बढ़ जाती है। इससे मेंढक़ों की ध्वनि दूर तक आने लगती है।
फूलों का खिलना और बंद होना प्रकाश पर निर्भर है। प्रकाश में तम्बाकू के फूल की पंखुडिय़ों की बाहरी धरातल की और अधिक वृद्धि होती है और फूल बंद हो जाता है। सूर्यास्त के बाद पंखुड़ी के भीतरी धरातल पर अधिक वृद्धि के कारण फूल खिल जाते हैं।
गन्ने की पट्टी में सिलिकन के कण या तो कोशिका की भित्ति में संयुक्त रहते हैं या इसकी एक परत कोशिका-भित्ति के ऊपर चढ़ी रहती है। यह पदार्थ गन्ने की पट्टी को तेज कर देता है।