लक्समबर्ग: सबसे ज्यादा सैलरी देने के मामले में जो देश सबसे पहले नंबर पर आता है, वो है लक्समबर्ग। इस देश को यूरोप में आर्थिक केंद्र माना जाता है। इस देश में प्रति व्यक्ति औसत आय 62,636 डॉलर है। भारतीय मुद्रा में इसका हिसाब लगाएं तो यह तकरीबन 45,41,141 रुपए होगी। यहां प्रति घंटा न्यूनतम मजदूरी 11.20 डॉलर यानी करीब 812 रुपए है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस देश की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस, रियल एस्टेट, आईटी और टेलीकम्यूनिकेशन पर आधारित है।
अमरीका : वैसे तो अमरीका को सुपरपावर कहा जाता है और अमरीका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। लेकिन सबसे ज्यादा सैलरी देने के मामले दूसरे नंबर पर है। अमेरिका अपने देश के नौकरीपेशा लोगों को सैलरी के नाम पर मोटी रकम देता है। ये रकम कितनी ज्यादा है, इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं, अमेरिका सबसे ज्यादा सैलरी देने के मामले में दुनिया में दूसरे नंबर पर है। यहां लोगों की औसत आय 60,154 डॉलर यानी 43,59,059 रुपए है। अमरीका में प्रति घंटा न्यूनतम मजदूरी 7.25 डॉलर यानी 525 रुपए है।
स्विट्जरलैंड: अगर आप स्विटजरलैंड को सिर्फ वहां की शांत और खूबसूरत वादियों के लिए जानते हैं, तो थोड़ा सा नजरिया बदल लीजिए। क्योंकि स्विटजरलैंड सिर्फ अपनी शांत और खूबसूरत वादियों के लिए ही नहीं, बल्की देश में काम करने वाले नौकरीपेशा लोगों को बेहतर सैलरी देने के लिए भी जाना जाता है। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से स्विट्जरलैंड दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। यहां यहां लोगों की औसत आय 60,124 डॉलर यानी 43,56,885 रुपए है।
आयरलैंड: आयरलैंड सबसे ज्यादा सैलरी देने वाले देश के मामले में चौथे स्थान पर है। यहां लोगों की औसत आय 51,618 डॉलर यानी 37,40,498 रुपए है। कनाडा: कई मुसीबतों को झेलने के बाद भी इस देश ने हार नहीं मानी और वापस खड़ा हुआ।आज यहां लोगों की औसत आय 48,403 डॉलर यानी 35,07,523 रुपए है।