वित्त मंत्रालय ने आरबीआर्इ को नियमों में बदलाव करने के लिए दी क्लियरेंस
नोटबंदी के ठीक बाद इन नोटों के खराब होने की शिकायते लगातार बढ़ रहीं थी। इसी को ध्यान में रखते हुए आरबीआर्इ ने वित्त मंत्रालय को एक पत्र लिखकर नियमों में संशोधन करने की बात कही थी। बाद में वित्त मंत्रालय ने इसके लिए आरबीआर्इ को क्लियरेंस दे दिया। आरबीआर्इ ने पुराने नियमों के संशोधन करते हुए नए गाइडलाइन जारी कर दी है। इस संशोधन के बाद अब आम लोगों को गांधी सीरीज के इन नए नोटों के खराब होने पर बदलने में आसानी होगी।
1. आरबीआर्इ ने अपने तरफ से गाइडलाइन में कहा है कि नोट कितना डैमेज हुआ है, इस हिसाब से उसका एक्सचेंज रेट तय होगा। यानी कि नोट जितना डैमेज हुआ होगा, उसी हिसाब से आपको भरपार्इ की जाएगी।
2. 200 रुपए के नोटा वास्तविक आकार 96.36 स्क्वैयर सेंटीमीटर है। एेसे में यदि आप पूरे नोट का 88 फीसदी एरिया देते हैं तो आपको नोट का पूरा रिफंड मिलेगा। साथ ही आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि यदि आप आधा रिफंड पाना चाहते हैं तो आपको कम से कम 39 स्क्वैयर सेंटीमीटर हिस्सा देना होगा।
3. इसी प्रकार 500 रुपए के नोटा का वास्तिवक आकार 99 स्क्वैयर सेंटीमीटर है। यदि आपका इसका 80 स्क्वैयर सेंटीमीटर एरिया वापस करते हैं तो आपको पूरी रकम वापस की जाएगी। वहीं आधा रिफंड पाने के लिए आपको न्यूनतम 44 स्क्वैयर सेंटीमीटर देना अनिवार्य है।
4. 2000 के नए नोट के कुल 109 स्क्वॉयर सेंटीमीटर एरिया में से 88 स्क्वॉयर सेंटीमीटर देने पर पूरा रिफंड मिलेगा, जबकि 44 स्कवॉयर सेंटीमीटर देने पर आधा रिफंड मिलेगा।
5. 100 रुपए के नए नोट का पूरा रिफंड तब मिलेगा, जबिक नोट का 92 स्क्वायर सेंटीमीटर का एरिया दिया जाएगा। वहीं न्यूनतम 46 स्क्वायर सेंटीमीटर का एरिया देने पर आधा रिफंड मिलेगा
6. 50 के नए नोट का पूरा रिफंड उस हालात में मिलेगा, जब नोट का न्यूनतम 72 स्क्वायर सेंटीमीटरउपलब्होध कराया जाएगा,जबकि आधा रिफंड 36 स्कवॉयर सेंटीमीटर का एरिया उपलब्ध कराने पर मिलेगा।
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