सीज हो जाएगी सारी संपत्ति
आपको बता दें कि इस हमले को अंजाम देने के बाद अब अमरीका, ब्रिटेन और फ्रांस ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र के सामने प्रस्ताव रखा है कि जैश-ए-मुहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर काे आतंकवादी घोषित कर दिया जाना चाहिए। इससे पहले भारत इस प्रस्ताव को UN के सामने रख चुका है। अगर संयुक्त राष्ट्र देशों के इस प्रस्ताव को मान लेता है तो मसूद अजहर के कहीं आने-जाने पर रोक लग जाएगी और इसके साथ ही उसकी सारी संपत्ति सीज हो जाएगी।
मदद करने वाले व्यक्ति की भी जब्त होगें संसाधन
अगर संयुक्त राष्ट्र किसी भी व्यक्ति को आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल कर लेता है तो उसके बाद उस व्यक्ति की सारी संपत्ति के साथ-साथ उसके सारे फंड्स और आर्थिक संसाधनों भी सीज हो जाएंगे और अगर कोई भी व्यक्ति या देश उस आतंकवादी की मदद करता है तो उसके भी सभी संसाधन जब्त कर लिए जाएंगे। ऐसे होने पर संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों में मसूद अजहर को एंट्री नहीं मिलेगी।
पहले भी चार बार उठाई जा चुकी है आवाज
सभी सदस्य देशों की यह जिम्मेदारी है कि वे आतंकी घोषित किए गए व्यक्ति या समूह को सीधे तौर पर या चोरी-छिपे किसी भी तरह हथियारों, असला बारूद, स्पेयर पार्ट्स और हथियारों को चलाने की तकनीकी सहायता मुहैया नहीं होने देगा। देश का कोई नागरिक देश के बाहर जाकर इन आतंकियों को हथियार मुहैया नहीं कराएगा। देश के राष्ट्रीय जहाज या विमानों का इसमें इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। आपको बता दें कि पिछले दस सालों से मसूद अजहर को चौथी बार आतंकी घोषित करने के लिए गुहार लगाई गई है, जिसमें से भारत ने तीन बार इसके लिए गुहार लगाई है।
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