जांच चल रहे मामलों से संबंधित जानकारी मांगी गर्इ
गाैरतलब है कि स्विटजरलैंड एक लंबे समय से लोगों को अपने कालाधन छुपाने के लिए स्वर्ग बन चुका है। भारत के कर्इ नामी लोगों पर भी आरोप है कि उन्होंने अपन पैसे स्विस खातों में रखा हुआ है। वीके सिंह ने कहा कि भारत आैर स्विटजरलैंड के बीच टैक्स समझौते की तहत हमने में उन मामलों के बारे में जानकारी मांगी है जिनपर जांच चल रही है।
प्राप्त जानकारी होगी गोपनीय
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त, साल 2019 में भारत आॅटोमेटिक सिस्टम के तहत वित्तीय खातों से संबंधित जानकारी मिलने लगेगी। यह जानकारी केवल भारतीयों का ही है। आॅटोमेटिक आैर रिक्वेस्ट के आधार पर जो जानकारी मिलेगी उनमें भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगों के बारे में भी जानकारी होगी। सिंह ने साथ में ही यह भी कहा, प्राप्त जानकारी दोनों देशों के बीच टैक्स समझौते के तहत गाेपनीय होगा। साल 2016 में, भारत आैर स्विटजरलैंड ने टैक्स से संबंधित जानकारी साझा करने के लिए संयुक्त रूप से घोषणा किया था।
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