पाकिस्तान हो सकता है ब्लैकलिस्ट आपको बता दें कि ऐसे में अगर एफएटीएफ पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट कर देता है तो इससे आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक, यूरोपीय संघ जैसे बहुपक्षीय कर्जदाता उसकी ग्रेडिंग कम कर सकते हैं। इसको कम कर देने के बाद कोई भी देश पाकिस्तान को कर्ज नहीं देगा और उसकी स्थिति और भी ज्यादा खराब होती जाएगी।
ग्रे-लिस्ट में था शामिल आपको बता दें कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पिछले साल पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ में डाल दिया था, जिसके बाद पाकिस्तान साल 2012 से लेकर के 2015 तक FATE की ग्रे लिस्ट में शामिल था।
पाकिस्तान के खिलाफ सौंपा जाएगा डॉजियर आपको बता दें कि इस भारत जल्द ही एफएटीएफ को पाकिस्तान का डॉजियर देगा। इसमें पुलवामा आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान को सारे सबूत सौंपे जाएंगे। इस मामले के बारे में अधिकारियों ने शनिवार को जानकारी दी है। इसके साथ ही बताया कि भारत की कोशिश पाकिस्तान को अब ब्लैकलिस्ट कराने की है।
कम हो जाएगी ग्रेडिंग अगर किसी भी देश को ब्लैकलिस्ट घोषित कर दिया जाता है तो उसके बाद वह देश मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सहयोग नहीं कर सकता है और अगर पाकिस्तान ब्लैकलिस्ट घोषित हो जाएगा तो इससे इससे आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक, यूरोपीय संघ जैसे बहुपक्षीय कर्जदाता उसकी ग्रेडिंग कम कर सकते हैं और फिर पाकिस्तान किसी भी देश से आर्थिक सहायता नहीं ले पाएगा।