scriptसैलरी कम मिल रही तो न हों परेशान, सरकार उठाने जा रही ये बड़ा कदम | EPFO to prepare wage analysis for the companies | Patrika News

सैलरी कम मिल रही तो न हों परेशान, सरकार उठाने जा रही ये बड़ा कदम

locationनई दिल्लीPublished: May 21, 2018 03:10:51 pm

Submitted by:

Ashutosh Verma

अगर आपकी कंपनी बड़े पैमाने पर अपने कर्मचारियों को सामान्य स्तर से कम सैलरी देती है ताे अब सरकार इस बात की जांच कर जरूरी कार्रवार्इ कर सकती है।

salary

सैलरी कम मिल रही तो न हों परेशान, सरकार उठाने जा रही ये बड़ा कदम

नर्इ दिल्ली। अगर अाप उन लोगाें में से हैं जिन्हें उनके काम के हिसाब से कम पैसा मिलता है तो ये खबर आपके लिए है। अगर आपकी कंपनी बड़े पैमाने पर अपने कर्मचारियों को सामान्य स्तर से कम सैलरी देती है ताे अब सरकार इस बात की जांच कर जरूरी कार्रवार्इ कर सकती है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अब कंपनी द्वारा वर्कर्स के प्राॅविडेंट फंड (पीएफ) में योगदान को फुल वर्किंग अवधि पर सुरक्षित करने का फैसला लिया है। इसके लिए EPFO हर कंपनी की भत्ता एनालिसिस रिपोर्ट तैयार करेगा। जिसके आधार पर एेसी कंपनियों की जांच की जाएगी।

salary

सही तरीके से तौयर हो कंपनियों का र्इसीआर रिपोर्ट

दरअसल, EPFO के एक अधिकारी ने एडिशनल पीएफ कमिश्नर आैर रीजनल पीएफ कमिश्नर को एक सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर के मुताबिक, ये जरूरी है कि कंपनी के र्इ-चालान यानि र्इसीआर में नाॅन कंट्रीब्यूटरी पीरियड को सही तरीके से दिखाया जाए। साथ ही ये भी जरूरी है कि कंपनी खासकर उन कर्मचारियों के प्राॅविडेंट फंड में कम सैलरी के अपेक्षा फुल वर्किंग पीरियड पर कंट्रीब्यूट करे।

salary

वेज एनालिसिस रिपोर्ट की मदद से होगी जांच

इस सर्कुलर में जिक्र है कि इसकी निगरानी के लिए CAIU अपने डैशबोर्ड में भत्ते की एनालिसिस की रिपोर्ट भी मुहैया कराएगी। इससे जोनल स्तर पर आैर रीजनल स्तर पर र्इपीएफआे अधिकारी अपने क्षेत्र की भत्ता एनालिसिस रिपोर्ट देख सकेंगे। इसी रिपोर्ट के आधार पर वे जरूरी कदम उठाएंगे। इस रिपोर्ट में हर कंपनी या मेंबर्स की एक खास स्लैब में डिटेल होगी। इसी के आधार पर उन मेंबर्स के डिटेल को वेरिफार्इ किया जाएगा जिनका जीरो वेज होगा आैर फिर अगले स्लैब का भी वेरिफिकेशन होगा।

salary

कर्मचारियों को होगा फायदा

इस सर्कुलर के मुताबिक उन कंपनियों या एस्टैब्लिशमेंट की भी जांच की जाएगी जहां बड़ी संख्या में कर्मचारियों को जीरो वेज दिया जाता है या जिनकी सैलरी असामान्य तौर पर बहुत कम होगी। यदि जांच में पाया जाता है कि कर्मचारी के पीएफ में सैलरी को कम दिखाकर उनके पीएफ खाते में कम कंट्रीब्यूशन किया जा रहा है या पीएफ कंट्रीब्यूशन बिल्कुल भी नहीं किया जा रहा है तो इनके आकलन के बाद जल्द से जल्द ही रिकवर किया जाएगा। क्या यह कानून लागू हो पाएगा, या फिर इसके लागू होने से कितने कर्मचारियों को लाभ होगा, इसका पता तो आने वोल वक्त में मिल ही जाएगा। एेसे में यदि ये नियम लागू हो जाता है तो सरकारी एवं प्राइवेट क्षेत्र के कर्इ कर्मचािरयों को इससे फायदा मिलेगा।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो