नौकरी पेशा लोगों की संख्या में आर्इ गिरावट
इस आंकड़े के जारी होने के बाद पीएम मोदी के लिए परेशान करने वाली बात है कि बेरोजगारी दर का यह अांकड़ा बीते 27 माह में सबसे उच्चतम स्तर पर है। साथ ही बीते 12 महीनों में कुल नौकरी पेशा भारतीयों की कुल संख्या भी 1.09 करोड़ घटी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में कुल 1.1 करोड़ वेतनकर्मी बेरोजगार हुए हैं। unemployment Rate in India शीर्षक से जारी इस रिपोर्ट में सीएमआर्इर्इ ने दर्शाया है कि दिसंबर 2018 तक कुल 39.69 करोड़ काम करने वाले उम्र के लोग कार्यरत हैं।
त्रिपुरा आैर हिरयाणा में सबसे अधिक लोग हुए बेरोजगार
दिसंबर 2017 में यह आंकड़ा 40.78 करोड़ था। अंतिम बार सितंबर 2016 में बेरोजगारी दर 8.46 फीसदी रहा था। राज्यवार तौर पर नजर डालें तो त्रिपुरा आैर हरियाणा सबसे अधिक रही है। इन दोनों राज्यों में क्रमशः 28.8 फीसदी आैर 24.4 फीसदी रही है। सबसे खराब स्थिति ग्रमीख भारत की रही है, खासतौर पर महिला कर्मचारियों को लेकर। ग्रामीण भारत में करीब 83 फीसदी लोग बेरोगार हुए हैं जोकि भारत की कुल आबादी का दो-तिहार्इ हिस्सा है।
ग्रामीण महिलाआें को झेलनी पड़ी सबसे अधिक मार
देश में बेरोजगारी की मार सबसे अधिक महिलाआें को झेलनी पड़ी है। ग्रामीण भारत में साल 2018 में कुल 65 लाख महिलाआें की हिस्सेदारी रही है। शहरी क्षेत्र में भी कुल 23 लाख महिलाएं बेरोजगार हुर्इ है। इसी दौरान 5 लाख पुरूषों को नए रोजागार मिले हैं। साल 2014 में भाजपा के चुनावी वादे में करीब 20 लाख नए रोजगार के अवसर प्रदान करने की बात की गर्इ थी। इसके बाद इस मोर्चे पर सरकार की जमकर आलोचना भी हुर्इ है।
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