1.देवों में प्रथम पूजनीय गणेश जी को बुद्धि का देवता माना जाता है। मगर इनकी आराधना से धन की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है। अगर बुधवार के दिन गणेश जी को पांच सुपारी चढ़ाई जाए। इसके बाद इन्हें एक लाल कपड़े में बांधकर अपने पर्स में रख लें। इससे धन की कमी नहीं होगी।
2.गणेश जी को बुधवार के दिन दूर्बा चढ़ाने से भी उनकी कृपा प्राप्त होती है। अगर दूर्बा के साथ सात धान को पीले कपड़े में बांधकर गणेश जी को चढ़ाया जाए तो घर में सम्पन्नता आती है।
3.जो लोग धन प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें एक लाल कपड़े पर श्रीयंत्र रखकर उसके बीच में एक सुपारी रख लें। अब इन सब चीजों को गणेश जी के चरणों में छुआकर अपनी तिजोरी या धन रखने के स्थान पर रख दें। इससे मां लक्ष्मी आपके पास हमेशा बनी रहेंगी।
4.यदि किसी घर में तरक्की नहीं होती है और हमेशा कोई न कोई परेशानी बनी रहती है तो गणेश चतुर्थी के दिन घर के पूर्व व उत्तर दिशा में एक सुपारी रखें। आपको सुपारी चांदी के किसी पात्र में रखना होगा। अब रोजाना इसे धूप-दीप दिखाएं। ऐसा करने से दरिद्रता दूर हो जाती है।
5.अगर आप नौकरी पाना चाहते हैं या शादी करना चाहते हैं तो एक पीले कपड़े में एक सुपारी रखें। अब गणेश जी के साथ सुपारी में भी कुमकुम लगाएं, इसमें थोड़े चावल छिड़के। इसके बाद कपड़े को लपेटकर अपनी तिजोरी या रुपए-पैसों की जगह रख दें। इससे धन की वृद्धि होगी।
6.अगर आपकी किस्मत आपका साथ नहीं दे रही है तो गणेश एवं लक्ष्मी जी के पास एक सुपारी रखें। अब ओम लक्ष्मी जी का कोई सिद्ध मंत्र पढ़ें। मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। इससे आपका भाग्य तेज होगा।
7.परिवार के सदस्यों की तरक्की और सुख-शांति के लिए अपने पूजा के स्थान पर एक सुपारी और एक तांबे के लोटे में गंगाजल भरकर रख दें। साथ ही उसमें दक्षिणा भी रखें। ऐसा करने से घर में सकारात्मकता आती है।
8.मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए घर में दाईं ओर सूंढ वाले गणपति की स्थापना करनी चाहिए। ये ग्रहस्थों के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी साबित होता है। 9.अगर आप कार्यक्षेत्र में सफलता पाना चाहते हैं तो गणेश जी के सामने दो इलायची और दो सुुपारी रखें। अब जब कभी भी इंटरव्यू या किसी खास काम के लिए बाहर जा रहे हो तो भगवान को भेंट की गई ये इलायची और सुपारी अपनी जेब में रख लें। ऐसा करने से आपके काम बन जाएंगे।
10.जिनके घर में अक्सर कलह का महौल रहता है उन्हें गणेश जी को बुधवार के दिन दो लौंग चढ़ाने चाहिए। साथ ही ‘जय गणेश काटो क्लेश’ मंत्र का 21 बार जाप करें।