1.अगर आपकी कोई इच्छा काफी समय से पूरी नही हो रही है तो आप गणेश जी को बुधवार के दिन 21 गांठों वाली दूर्बा की माला चढ़ाएं। आप चाहे तो 21 दूर्बा की गांठें गणपति के मस्तक पर रख सकते हैं। इससे जल्द ही आपकी मनोकामना पूरी हो जाएगी।
2.जिन लोगों को मानसिक परेशानी रहती है तो उन्हें गणेश जी को दूर्बा के साथ एक पीले रंग की पोटली में थोड़े धान बांधकर चढ़ाएं चाहिए। इससे टेंशन दूर होगी। साथ ही रुपए-पैसों की दिक्कत भी दूर होगी।
3.दूर्बा में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। जिससे शरीर की गर्मी कम होती है। ये दिमाग को भी ठंडा रखने में मदद करता है। इसलिए गजानन के गुस्से को शांत रखने एवं उनकी कृपा पाने के लिए उनके मस्तक पर दूर्बा चढ़ाया जाता है।
4.अगर आप धन प्राप्त करना चाहते हैं तो गजानन को दूर्बा अर्पित करते समय ॐ गणाधिपाय नमः ,ॐ उमापुत्राय नमः ,ॐ विघ्ननाशनाय नमः मं. का 11 व 21 मंत्र जाप करें। इसके अलावा आप ॐ विनायकाय नमः मंत्र का भी जाप कर सकते हैं।
5.विनायक को दूर्बा हमेशा जोड़े में चढ़ानी चाहिए यानि 22 दूर्बा के लिए 11 का जोड़ा बनान चाहिए। इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं। साथ ही सुख-समपत्ति की प्राप्ति होगी। 6.गणेश जी को अर्पित की जाने वाली दूर्बा हमेशा साफ जगह पर उगी हुई होनी चाहिए। इसके लिए आप मंदिर व बगीचे की दूर्बा का इस्तेमाल कर सकते हैं। दूर्बा को अर्पित करने से पहले इसे गंगाजल से अवश्य धो लें।
7.नौकरी और व्यापार में सफलता पाने के लिए आप 11 व 21 बार ऊं गणाधिपाय नमः मंत्र का जाप करें। इससे जल्द ही आपकी मनोकामना पूरी हो जाएगी। 8.अगर किसी की शादी नहीं हो रही है या संतान प्राप्ति में दिक्कतें आ रही हो तो आप इस गणेश चतुर्थी को ऊं उमापुत्राय नमः मंत्र का जाप करें। इससे आपकी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
10.जीवन में आ रही मुसीबतों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो ऊं विघ्ननाशनाय नमः मंत्र का जाप करें। साथ ही गणपति जी को देसी घी में बने मोदक व बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं। इससे समस्याएं दूर हो जाएंगी।