scriptVideo:चावल मिल रहा लेकिन विभाग की सूची से नाम गायब, बिना आवेदन नवीनीकरण शिविरों से लौटे कई हितग्राही | Rice is getting but names disappear from the department list | Patrika News

Video:चावल मिल रहा लेकिन विभाग की सूची से नाम गायब, बिना आवेदन नवीनीकरण शिविरों से लौटे कई हितग्राही

locationदुर्गPublished: Jul 15, 2019 09:57:17 pm

पहले दिन शिविरों में जुटी भी, अव्यवस्था ने किया परेशान

Patrika

पहले दिन शिविरों में जुटी भी, अव्यवस्था ने किया परेशान

दुर्ग@Patrika. राशन कार्डों के नवीनीकरण में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आईहै। नवीनीकरण के लिएशिविरों में तैनात कर्मियों को विभाग की ओर से सूची उपलब्ध कराईगई है। इस सूची से कई हितग्राहियों के नाम गायब होने का मामला सामने आया है। खास बात यह है कि इन हितग्राहियों को अब तक दुकानों से चावल भी मिलता रहा है। शिविरों के कर्मचारियों ने सूची में नाम नहीं होने के कारणऐसे हितग्राहियों को लौटा दिया।
सार्वजनिक वितरणप्रणाली के तहत सस्ते दर पर चावल वितरण के लिएबनाए गएराशन कार्डों का सरकार के निर्देशपर नवीनीकरणकिया जा रहा है। इसके लिएग्रामीण क्षेत्र में प्रत्येक पंचायत और शहरी क्षेत्र में हर वार्ड में शिविर लगाया गया है। इन शिविरों में हितग्राहियों को जरूरी दस्तावेजों के साथआवेदन करना है। पहले दिन बड़ी संया में हितग्राही इन केंद्रों में पहुंचे, लेकिन इस लापरवाही के कारणकई हितग्राहियों को बिना आवेदन दिएही लौटना पड़ा।
पुरूषमुखिया को भी लौटाया
जिले में बड़ी संया में ऐसे भी परिवार है, जिनके घर महिला नहीं है। ऐसे परिवारों को पुरूष मुखिया के नाम पर राशन कार्ड जारी कर खाद्यान्न दिया जा रहा है। कई शिविरों से ऐसे हितग्राहियों को बिना आवेदन लिएलौटाए जाने की शिकायत रही। तकिया पारा के सैय्यद आसिफ ऐसे आधा दर्जन लोगों को लेकर शिकायत करने कलक्टोरेट भी पहुंचे।

जानकारी देने वाला कोई नहीं
मल्टीपरपस स्कूल में लगाएगएशिविर में आवेदन के लिएपहुंची रूकमणी यादव व शोभिन महार ने बताया कि कर्मचारियों ने विभाग की सूची में नाम नहीं होने का हवाला देकर आवेदन लेने से इंकार कर दिया, जबकि वे हर माह चावल ले रही हैं। ऐसी स्थिति में जानकारी देने के लिएभी शिविर में कोई नहीं था। अफसरों ने बताया कि कई केंद्रों से इस तरह की शिकायत आई है।

बुजुर्गव दिव्यांग हुए परेशान
नवीनीकरण शिविर में बुजुर्गऔर विकलांग खासे परेशान दिखे। पोटिया के बुजुर्गरामशरण बंजारे ने बताया कि करीब एक किलोमीटर चलकर उन्हें शिविर में आना पड़ा। इसी तरह दिव्यांग शीजू बेबी करीब आधा किलोमीटर बैसाखियों के सहारे चलकर केंद्रों में पहुंचे थे। केंद्रों में बैठने की भी व्यवस्था नहीं की गई थी।

महापौर ने किया निरीक्षण
शिविर के पहले दिन महापौर चंद्रिका चंद्राकर ने पोटियाकला वार्ड सहित आधा दर्जन केंद्रों को मौका मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने हितग्राहियों से जानकारी ली। इस दौरान उनके सामने भी आवेदन नहीं लेने व अव्यवस्था को लेकर शिकायत दर्ज कराईगई। महापौर ने निगम के कर्मचारियों को सहयोग की समझाइश दी।
कुछ जगहों पर राशन मिलने के बाद भी विभाग की सूची में नाम नहीं होने की शिकायत आईहै। ऐसे मामलों का पड़ताल कराया जाएगा। कर्मियों को सभी से आवेदन लेने कहा गया है। आवेदन के आधार पर पात्रता की जांच की जाएगी। आवेदन लेने में कोई परेशानी नहीं है।
एसी मिश्रा
सहायक खाद्य अधिकारी दुर्ग
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