मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 9 माह पहले सितंबर 2018 में इस 38 साल पुराने स्टेडियम को संवारने की घोषणा की थी। खर्च ज्यादा होने के कारण इसे डिस्मेंटल कर नए सिरे से मल्टी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के रूप में विकसित करने का निर्णय किया गया है। इसी के तहत शासन के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी ने 6 स्टेप का प्लान तैयार किया है। प्लान में इंडोर स्टेडियम के साथ नए पेवेलियन व पार्किंग भी शामिल है।
एफ ब्लॉक से शुरुआत
पहले चरण में एफ ब्लॉक यानि भव्य गेट के साथ डबल फ्लोर इंडोर स्टेडियम बनाया जाएगा। इसके लिए डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड यानि डीएमएफ से 9 करोड़ 43 लाख 80 हजार रुपए स्वीकृत किया गया है। कलक्टर उमेश अग्रवाल ने मंगलवार को यह राशिस्वीकृत की।
पहले चरण में एफ ब्लॉक यानि भव्य गेट के साथ डबल फ्लोर इंडोर स्टेडियम बनाया जाएगा। इसके लिए डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड यानि डीएमएफ से 9 करोड़ 43 लाख 80 हजार रुपए स्वीकृत किया गया है। कलक्टर उमेश अग्रवाल ने मंगलवार को यह राशिस्वीकृत की।
स्टेडियम के शेष 5 ब्लॉक के लिए 30 करोड़ 44 लाख रुपए की जररूत होगी। प्रपोजल राज्य शासन को भेजकर यह राशि मांगी गई है। अफसरों के मुताबिक सीएम की घोषणा के कारण राशि स्वीकृति की अनुशंसा हो गई है। सैद्धांतिक सहमति के बाद जल्द ही यह जारी होने की उम्मीद है।
अभी जहां मुख्य द्वार है वहीं पर बनेगा इनडोर स्टेडियम
रविशंकर स्टेडियम के मौजूदा मुख्य द्वार और इसके सामने खाली जगह पर इनडोर स्टेडियम बनेगा। स्टेडियम का कुछ हिस्सा भी इसके दायरे में आएगा, लेकिन इस हिस्से का ग्राउंड में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इनडोर स्टेडियम के अपर फ्लोर में सभी कोर्ट पर रूम बनाए जाएंगे। स्टेडियम में प्रवेश के साथ अपर फ्लोर में जाने सीढिय़ा बनाई जाएंगी।
रविशंकर स्टेडियम के मौजूदा मुख्य द्वार और इसके सामने खाली जगह पर इनडोर स्टेडियम बनेगा। स्टेडियम का कुछ हिस्सा भी इसके दायरे में आएगा, लेकिन इस हिस्से का ग्राउंड में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इनडोर स्टेडियम के अपर फ्लोर में सभी कोर्ट पर रूम बनाए जाएंगे। स्टेडियम में प्रवेश के साथ अपर फ्लोर में जाने सीढिय़ा बनाई जाएंगी।
यह सुविधा मिलेगी
< इनडोर स्टेडियम में होगा: बैडमिंनट कोर्ट, टेबल टेनिस, बास्केटबाल ग्राउंड
< ग्राउंड फ्लोर स्टेडियम में प्रवेश के लिए आलीशान गेट
< अपर फ्लोर पर दो बास्केटबॉल ग्राउंड
< तीन बैडङ्क्षमंटन कोर्ट दर्शक दीर्घा के साथ
< टेबल टेनिस व अन्य इनडोर गेम्स के लिए ब्लॉक
< टॉयलेट, वेटिंग, पेंट्री के साथ वीआईपी रूम
< खिलाडिय़ों व प्रशिक्षकों के ठहरने के लिए सर्वसुविधायुक्त कमरे। स्टेडियम के नाम दर्ज हैें यह उपलब्धियां
वर्ष 1979-80 में स्टेडियम में पहला क्रिकेट मैच खेला गया। इस मैच में कपिल देव , अशोक मल्होत्रा व मदनलाल भी उतरे। यह मैच स्थानीय स्तर पर खिलाडिय़ों के प्रोत्साहन के लिए खेला गया था।
सुनील गावस्कर , कपिल देव, सचिन तेंडुलकर, अशोक मल्होत्रा, मदन लाल, विरेन्द्र सहवाग, गौतम गंभीर , मनोज प्रभाकर, जवागल श्रीनाथ, गौतम गंभीर, वेंकटपति राजू सहित करीब दो दर्जन अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी यहां खेल चुके हैं।
वर्ष 1993 में खेला गया रेलवे व मध्यप्रदेशके बीच पहला रणजी मैच।
वर्ष 1999 में मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश के बीच हुआ रणजी का मुकाबला, इसमें स्थानीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी राजेश चौहान मध्यप्रदेश के कप्तान थे।
वर्ष 198 3-84 में स्टेडियम में पहला फ्लड लाइट मैच खेला गया। तात्कालीन कलक्टर प्रशांत मेहता की पहल पर यह मैच हुआ था।
वर्ष 1994 में दूसरी बार दूसरा फ्लड लाइट मैच खेला गया। यह मैच रेडक्रास सोसायटी के माध्यम से ब्लड बैंक निर्माण के लिए सहायतार्थ खेला गया था।
< इनडोर स्टेडियम में होगा: बैडमिंनट कोर्ट, टेबल टेनिस, बास्केटबाल ग्राउंड
< ग्राउंड फ्लोर स्टेडियम में प्रवेश के लिए आलीशान गेट
< अपर फ्लोर पर दो बास्केटबॉल ग्राउंड
< तीन बैडङ्क्षमंटन कोर्ट दर्शक दीर्घा के साथ
< टेबल टेनिस व अन्य इनडोर गेम्स के लिए ब्लॉक
< टॉयलेट, वेटिंग, पेंट्री के साथ वीआईपी रूम
< खिलाडिय़ों व प्रशिक्षकों के ठहरने के लिए सर्वसुविधायुक्त कमरे। स्टेडियम के नाम दर्ज हैें यह उपलब्धियां
वर्ष 1979-80 में स्टेडियम में पहला क्रिकेट मैच खेला गया। इस मैच में कपिल देव , अशोक मल्होत्रा व मदनलाल भी उतरे। यह मैच स्थानीय स्तर पर खिलाडिय़ों के प्रोत्साहन के लिए खेला गया था।
सुनील गावस्कर , कपिल देव, सचिन तेंडुलकर, अशोक मल्होत्रा, मदन लाल, विरेन्द्र सहवाग, गौतम गंभीर , मनोज प्रभाकर, जवागल श्रीनाथ, गौतम गंभीर, वेंकटपति राजू सहित करीब दो दर्जन अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी यहां खेल चुके हैं।
वर्ष 1993 में खेला गया रेलवे व मध्यप्रदेशके बीच पहला रणजी मैच।
वर्ष 1999 में मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश के बीच हुआ रणजी का मुकाबला, इसमें स्थानीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी राजेश चौहान मध्यप्रदेश के कप्तान थे।
वर्ष 198 3-84 में स्टेडियम में पहला फ्लड लाइट मैच खेला गया। तात्कालीन कलक्टर प्रशांत मेहता की पहल पर यह मैच हुआ था।
वर्ष 1994 में दूसरी बार दूसरा फ्लड लाइट मैच खेला गया। यह मैच रेडक्रास सोसायटी के माध्यम से ब्लड बैंक निर्माण के लिए सहायतार्थ खेला गया था।
स्टेडियम में अब तक सात ऑल इंडिया टूर्नामेंट खेला जा चुका है। जिसमें ओएनजीसी, सेंट्रल रेलवे, नार्दन रेलवे, इंडियन एयर लाइंस, इंडियन आइल, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन, ओडिसा क्रिकेट एसोसिएशन, नागपुर रेलवे, बिहार क्रिकेट एसोसिएसन आदि की टीमें भाग ले चुकी हैं।
पत्रिका ने सबसे पहले उठाया था मामला
प्रदेश का सबसे बड़ा और कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के गवाह स्टेडियम की अनदेखी और खराब हालत का मामला पत्रिका ने सबसे पहले उठाया था। इसे लेकर शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने सिलसिलेवार समाचारों का भी प्रकाशन किया। इसके चलते प्रशासन ने इसे संवारने की पहल शुरू की।
प्रदेश का सबसे बड़ा और कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के गवाह स्टेडियम की अनदेखी और खराब हालत का मामला पत्रिका ने सबसे पहले उठाया था। इसे लेकर शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने सिलसिलेवार समाचारों का भी प्रकाशन किया। इसके चलते प्रशासन ने इसे संवारने की पहल शुरू की।
दुर्ग कलेक्टर उमेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्टेडियम को संवारने की घोषणा की थी। इसी के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर के मापदंडों के साथ मल्टीस्पोटर््स कॉम्पलेक्स के रूप में विकसित करने का प्लान है। जल्द इस पर काम शुरू हो जाएगा। खेल प्रतियोगिताओं के साथ खिलाडिय़ों को यहां प्रशिक्षण की भी सुविधा दिलाने की योजना है। जल्द खिलाडिय़ों को इसका लाभ मिलेगा।