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कैदियों को VIP सुविधा दिलाने वाले जेल अधिकारियों के कारनामों की रिपोर्ट गृह विभाग के हवाले

locationदुर्गPublished: Aug 07, 2018 04:14:18 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

पुलिस की जांच में मामला सामने आने के बाद जेल विभाग ने अब तक किसी तरह कार्रवाई नहीं की है।

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कैदियों को VIP सुविधा दिलाने वाले जेल अधिकारियों के कारनामों की रिपोर्ट गृह विभाग के हवाले

दुर्ग . केन्द्रीय जेल में गैंगस्टर तपन सरकार को सुविधा दिलाने का सनसनीखेज मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने जेल के अंदर संचालित गतिविधियों का काला चि_ा गृह एवं जेल विभाग के आला अधिकारियों को भेजा है। पुलिस की जांच में मामला सामने आने के बाद जेल विभाग ने अब तक किसी तरह कार्रवाई नहीं की है।
आजीवन कारावास के कैदी गैंगस्टर तपन द्वारा जेल के भीतर से गैंग चलाने के मामले में दुर्ग पुलिस दर्जन भर से ज्यादा एफआईआर दर्ज कर चुकी है। आधा दर्जन शिकायतों की जांच आईजी द्वारा गठित विशेष सेल द्वारा की जा रही है। केन्द्रीय जेल के अंदर से गैंगस्टर व उसके साथियों को मोबाइल समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का मामला 3 जुलाई २०१८ को सामने आया था।
पुलिस की जांच में खुलासा
गैंगस्टर तपन सरकार चार से भी अधिक सिम का उपयोग करता था। उसे सिम उसके गुर्गों ने उपलब्ध कराया था। इसी सिम से वह पहले अपने गुर्गों से बात करता था। इसके बाद वह जमीन कारोबारियों को उगाही के लिए धमकी देता था। जेल में अन्य बंदियों और कैदियों को सुविधाएं देने का ठेका भी गैंगस्टर लेता था। पुलिस ने शिकायतों को गंभीरता से लिया जिनसे गैंगस्टर ने जेल में रहते हुए अपने गुर्गों के माध्यम से उगाही की।
सुपेला थाना में यह मामला
जमीन कारोबारी सतीश चंद्राकर ने खुलासा किया कि तपन सरकार के ईशारे पर यश गु्रप के उस जमीन का नए सिरे से एग्रीमेंट में किया गया है, जिसे प्रशासन ने सीज कर रखा है। जमीन की कीमत लगभग ६ करोड़ रुपए है। इस मामले में सुपेला पुलिस ने मामला दर्ज किया। दुसरा मामले मामले में सिटी कोतवाली पुलिस ने अपराध दर्ज किया। सतीश चंद्राकर से गैंगस्टर के गुर्गों ने हाइकोर्ट से गैंगस्टर की जमानत करवाने के नाम पर २५ लाख की उगाही की। पैसै न देने पर कारोबार चौपट कर देने की धमकी दी।
मामले का खुलासा होने के बाद जेल एवं गृह विभाग के अधिकारियों ने तपन समेत उनके गुर्गों का दूसरे जेलों में शिफ्ट किया। उर्फ बिज्जू पिता अंबिका प्रसाद, शैलेन्द्र ठाकुर पिता श्रीनारायण सिंह को रायपुर, अनिल शुक्ला उर्फ बबलू पिता रमेशचंद्र शुक्ला, बाबी उर्फ विद्युत चौधरी पिता एमआर चौधरी व सत्येन माधवन पिता डीएच माधवन को बिलासपुर और गैंगस्टर तपन सरकार, पीतांबर ओडिया उर्फ पीतांबर साहू, अब्दुल जायद उर्फ बच्चा, रंजीत सिंह को अंबिकापुर व मगंल सिंह उर्फ मंगे, कृष्णा सिंह उर्फचोटी व राजू खंजर को जगदलपुर जेल में शिफ्ट किया गया।
जेल में चलने वाले अवैध कारोबार का काला चिट्ठा अलग-अलग बिन्दुओं पर पुलिस विभाग ने जेल एवं गृह विभाग को भेजा है। सीलबंद लिफाफा में अलग बिन्दुओं पर की गई जांच का लेखा जोखा है। पुलिस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विभाग का यह प्रतिवेदन कार्रवाई के लिए पर्याप्त है।
आईजी जीपी सिंह ने बताया कि गैंगस्टर को जेल में सुविधाएं उपलब्ध कराने का मामला सार्वजनिक हो चुका है। तपन सरकार मोबाइल से जेल के अंदर से बातचीत करता था। हमने जांच के बाद प्रतिवेदन जेल एवं गृह विभाग के अधिकारियों को भेजा है।

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