हर साल की तरह इस बार भी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तैयारी की जा रही है। इसी के तहत किसानों का पंजीयन भी कराया जा रहा है। पिछले साल जिले की 87 समितियों में 1 लाख 4 हजार 968 किसानों ने धान बिक्री के लिए पंजीयन कराया था। इनका धान का रकबा 1 लाख 20 हजार 7 हेक्टेयर से ज्यादा था। इनमें से 1 लाख 1 हजार 896 किसानों का पंजीयन समितियों से कैरी फारवर्ड किया गया है, जिनका रकबा 1 लाख 18 हजार 160 हेक्टेयर है। इसके अलावा 5 हजार 951 नए किसानों ने भी पंजीयन कराया है। इससे पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या बढक़र 1 लाख 9 हजार 847 हो गई है। किसानों के पंजीयन का क्रम माह के आखिर तक चलेगा।
3192 का पंजीयन निरस्त पिछले साल के पंजीकृत 3 हजार 192 किसानों का पंजीयन इस बार निरस्त किया गया है। इन किसानों ने इस बार धान की बोनी नहीं किया है अथवा किसी कारणवश इस बार धान बेचना नहीं चाह रहे हैं। इससे पिछले साल के पंजीकृत रकबा 1 लाख 20 हजार 7 हेक्टेयर में से 1 हजार 847 हेक्टेयर रकबा कम हुआ है। आगे पंजीयन से किसानों की संख्या के साथ धान का रकबा भी बढऩे की संभावना है।