जमा देने वाली बर्फ का नाम लेते ही जहन में आइसलैंड का नाम आता है। आइसलैंड उत्तरी अटलांटिक में ग्रीनलैंड का एक द्विपीय देश है।
लगभग पूरे साल यहां पर बर्फ गिरी रहती है। बैसे तो हम आइसलैंड को बर्फ के लिए ज्यादा जानते हैं। लेकिन ये बात जितनी सच है उतनी ही झूठ भी।
दरअसल, आइसलैंड में में जितनी बर्फ जमी रहती है उससे कहीं ज्यादा यहां पर ज्वालाुमखी और गर्म पानी के झरने भी मिलते हैं। कहा जाता है कि दुनिया के सबसे ज्यादा ज्वालामुखी यहीं पाए जाते हैं।
आइसलैंड में सूरज 24 घंटे आसमान में रहता है, यानी कि जून के महीने में यहां रात होती ही नहीं है। जिससे 24 घंटे गर्मी का मौसम बना रहता है। ज्वालामुखी की अधिकता भी गर्मी का एक कारण है। यहां पर हर चार साल में एक ज्वालामुखी फटता है।
यहां पर जितनी बर्फ मिलेगी उतनी ही आग भी यहां पर मिलती है। अपने इसी खासियत के लिए आइसलैंड 'आग और बर्फ ' का देश कहलाता है।