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लक्ष्यों को पूरा बताने का जुगाड़, कागजों में बढ़े, असल में जस के तस

locationडूंगरपुरPublished: Jul 28, 2018 08:18:52 pm

Submitted by:

sidharth shah

प्रवेशोत्सव का मामला :

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डूंगरपुर. राजकीय विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने के लिए दो-दो बार प्रवेशोत्सव के ढोल पीटने और दो-दो बार प्रवेश की अंतिम तिथियां बढ़ाने के बावजूद जिले के नामांकन का रिपोर्ट कार्ड कोई खास संतोषप्रद नहीं है। यद्यपि, कागजों में प्रारम्भिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग प्रवेशोत्सव के लिए मिले लक्ष्यों की लक्ष्मण रेखा के आसपास पहुंच गया है। लेकिन, असल आंकड़ों पर गौर करें, तो स्थितियां अलग ही है। विभाग सरकारी ही प्राथमिक से उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं उच्च प्राथमिक से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय में आ रहे छात्र-छात्राओं को भी नवप्रवेशी मान रहा है। जबकि, यह विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में ही पढ़ रहे हैं। पर, केवल कागजों में नामांकन बढ़ाकर लक्ष्यों की पूर्ति पूर्ण की जा रही है।

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