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प्रारम्भिक शिक्षा विभाग में उदयपुर से पहुंचा जांच दल, संयुक्त निदेशक ने खंखाले रिकार्ड

locationडूंगरपुरPublished: Jul 12, 2019 12:12:07 pm

Submitted by:

milan Kumar sharma

DUNGARPUR: साढ़े छह घंटे तक रुका दल, बाबू एपीओ, सर्वशिक्षा अभियान के घोटाले सहित विभागीय लंबित प्रकरणों के रिकार्ड तलब

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डूंगरपुर. सर्व शिक्षा अभियान में हुए लाखों के घोटाले सहित दो अन्य लंबित विभागीय व्यक्तिगत प्रकरणों के निस्तारण को लेकर संयुक्त निदेशक का दल गुरुवार को जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक कार्यालय पहुंचा। यहां तीन सदस्यीय विधि दल ने साढ़े छह घंटे तक समस्त रिकार्डों का गहन अनुसंधान कर शाम को आवश्यक पत्रावलियां लेकर वापस लौटी। हालांकि, दल किस निष्कर्ष पर पहुंचा इस बारे में खुलासा नहीं किया है। दल ने विभागीय जांच गोपनीय होने का हवाला दिया। इधर, दल ने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने पर प्रारम्भिक शिक्षा विभाग के बाबू प्रशांत रोत को एपीओ कर दिया है।

 

सुबह 10 बजते ही पहुंची टीम
प्रारम्भिक शिक्षा कार्यालय में सुबह 10 बजते ही प्रारम्भिक शिक्षा संयुक्त निदेशक भरत मेहता अपनी विधि टीम के साथ पहुंचे। यहां आते ही टीम ने सर्वशिक्षा अभियान के तत्कालीन एडीपीसी से संबंधित पत्रावलियां तलब की। इसमें एक-एक डीपीसी के कार्यकाल में हुई वित्तीय गड़बडिय़ों एवं अनियमिताओं के बारेे में जानकारी लेते हुए जवाब बनवाए। गौरतलब है कि सर्वशिक्षा अभियान में तत्कालीन संविदाकर्मी ने एसडीएमसी के खातों की राशि स्वयं के खातों में डालते हुए एक करोड़ से अधिक का घोटाला किया था। इसमें तत्कालीन समय के एडीपीसी एवं अन्य की भूमिकाओं को जांचा जा रहा है।

 

दो अन्य प्रकरणों की भी जांच
दल ने यहां दो अन्य प्रकरणों की भी जांच की। इसमें एक प्रकरण कूटरचित अंकतालिकाएं देने संबंधी है। इसी तरह एक अन्य सेवानिवृत्त वरिष्ठ शिक्षाधिकारी के लंबित प्रकरण के दस्तावेजों की भी जांच की। इसमें शिक्षाधिकारी रहते हुए पुत्रवधु को बेजा प्रसूती अवकाश का लाभ देने का मामला है।

 

अंतिम सुनवाई
दल समस्त आवश्यक पत्रावलियां अपने साथ ले गया है। बताया गया कि 19 जुलाई के पूर्व चारों प्रकरण की अंतिम सुनवाई हैं। इसके बाद निर्णय के लिए अंतिम रिपोर्ट निदेशालय भेज दी जाएगी।

 

रोत उदयपुर के लिए एपीओ
संयुक्त निदेशक भरत मेहता ने बताया कि कार्यालय में कार्यरत कनिष्ठ सहायक प्रशांत रोत कार्य के प्रति लापरवाही बरतना सामने आया। अक्सर कार्यालय में सुबह आकर दस्तख्त कर वापस चला जाता है तथा कोई भी चार्ज नहीं ले रखाहै तथा मोबाइल स्वीच ऑफ ही रखता है। इस पर रोत को संयुक्त निदेशक कार्यालय उदयपुर के लिए एपीओ कर दिया है। गौरतलब है कि प्रशांत पूर्व में भी माध्यमिक शिक्षा विभाग में कार्यरत था। वहां से भी उसे एपीओ किया गया था। बाद में उसे प्रारम्भिक शिक्षा विभाग में लगाया था।

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