हेपेटाइटिस पर विश्व स्वस्थ्य संगठन की यह पहली व्यापक रिपोर्ट है। इसमें बताया गया कि हेपेटाइटिस के सबसे ज्यादा प्रभावित दस देशों में चीन और भारत के अलावा बांग्लादेश, इथोपिया, इंडोनेशिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस, रूस और वियतनाम शामिल हैं। दुनिया में हेपेटाइटिस बी और सी के दो-तिहाई मामले इन दस देशों में हैं।
हर साल 13 लाख मौतों के लिए जिम्मेदार रिपोर्ट में 187 देशों में हेपेटाइटिस के प्रभाव और आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता के आंकड़े पेश करने के साथ चेतावनी दी गई कि यह बीमारी वैश्विक स्तर पर संक्रामक बीमारियों से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। यह दुनिया में हर साल 13 लाख मौतों के लिए जिम्मेदार है। गंभीर रूप से संक्रमित आधे से ज्यादा लोगों की उम्र 30 से 54 साल के बीच है, जबकि 12 फीसदी बच्चे भी इसकी चपेट में हैं।
बहुत कम पीडि़तों के रोग का निदान डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा कि रिपोर्ट चिंताजनक तस्वीर पेश करती है। हेपेटाइटिस का संक्रमण रोकने में वैश्विक स्तर पर प्रगति के बावजूद मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। उनके मुताबिक बहुत कम हेपेटाइटिस पीडि़तों के रोग का निदान हो पा रहा है। 2022 में 25.4 करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी, जबकि पांच करोड़ हेपेटाइटिस सी के साथ जी रहे थे।