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घोटाले में आदर्श बने ये केंद्र, अफसर खा गए अनुदान की रकम

locationडिंडोरीPublished: Feb 18, 2019 12:02:17 pm

Submitted by:

shivmangal singh

केंद्र को संचालित करने वाले कार्यकर्ताओं ने की शिकायत, विधायक से भी लगाई भ्रष्टाचार के खिलाफ गुहार

dindori

घोटाले में आदर्श बने ये केंद्र, अफसर खा गए अनुदान की रकम

डिंडोरी. जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों के विकास के नाम पर महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा लाखों रुपये का गोलमाल किए जाने का मामला सामने आया है। महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के नाम पर कैसे अपनी जेबें भरते हैं, इसका खुलासा खुद आंगनबाड़ी में काम करने वाली कार्यकर्ताओं ने किया है। आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्रों में आयी उपरोक्त राशि में किस तरह अधिकारियों ने बंदरबांट किया है उसका खुलासा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने विधायक से की गई शिकायत में किया है। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि राशि को अधिकारियों व्दारा समय-समय पर हमसे मंगा लिया गया और बदले में मनचाही सामग्री पहुंचाकर मनमाना बिल हमें थमा दिया गया। आंगनबाड़ी केन्द्र टिकराटोला की सुनीता धुर्वे ने आरोप लगाया कि पचास हजार की राशि के एवज में हमें पांच हजार का समान दिया गया है। विरोध करने पर हमे अधिकारियों व्दारा प्रताडि़त किया जा रहा है।
मामला मेंहदवानी विकासखंड का है जहां आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों के विकास कार्य कराने के नाम पर महिला बाल विकास विभाग के अफसरों ने फर्जी बिल थमाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से लाखों रुपये ऐंठ लिए। दरअसल आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों के विकास कार्य के लिये शासन से प्रत्येक आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों को हर 6 महीने में 50 – 50 हजार रुपये जारी किये जाते हैं। जिसका उद्देश्य आंगनबाड़ी केंद्रों में सजावट, बिजली व्यवस्था, खिलौने, नन्हे-मुन्ने बच्चों की सुरक्षा के लिये केंद्र के चारों तरफ तार फेंसिंग, शौचालय, पानी आदि तमाम सुविधाएं मुहैया कराना है। ग्रामीण क्षेत्रों से कुपोषण का कलंक मिटाया जा सके और नन्हे-मुन्ने गरीब बच्चों की पढ़ाई व खेलकूद के लिये अच्छा परिवेश मिल सके। लेकिन अनियमितता में लिप्त अफसरों की वजह से सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना दम तोड़ती नजर आ रही है। आदर्श आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मानें तो केंद्र में कोई विकास कार्य कराये बिना उन्हें अधिकारीयों ने फर्जी बिल थमा दिया और जब उन्होंने इसका विरोध किया तो नौकरी से हटाने की धमकी देकर अधिकारियों ने उनसे रुपये ऐंठ लिये। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने इस बात की शिकायत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से भी की है लेकिन अधिकारी सब कुछ जानकर भी अंजान बने हुए हैं। हम आपको बता दें कि आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों के विकास के नाम पर यह फर्जीवाड़ा न सिर्फ मेंहदवानी विकासखंड में बल्कि जिले के सभी विकासखंडों में लंबे समय से चल रहा है और जवाबदार विभाग के अधिकारी खुद को दूध का धुला हुआ साबित करते नजर आ रहे हैं। वहीं इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम ने जांच के आदेश दिए हैं साथ ही जांच के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का भरोसा जताया है।

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