मकर संक्रंाति के शुभ मुहूर्त पर लोगो ने लगाई आस्था की डुबकी
डिंडोरीPublished: Jan 15, 2019 10:20:12 pm
मालपुर में लगा भब्य मेला, नर्मदा के कन्हैया तट पर उमड़ी भीड़
People take a plunge of faith on the auspicious time of Makar Sankrant
शहपुरा। मकर संक्राति के अवसर पर शहपुरा से 25 किमी दूर स्थित ग्राम मालपुर के पवित्र मॉ नर्मदा के कन्हैया संगम तट पर मेले का आयोजन जनपद पंचायत शहपुरा के द्वारा किया गया। मकर संक्रंाति के अवसर पर नर्मदा स्नान का विशेष महत्व रहता है। श्रद्धालू सुर्य को अर्घ देकर पुण्य प्राप्त करते है। सुर्य की उत्तरायण दिशा में होने के कारण मां नर्मदा स्नान फलदायी होता है। इससे लोगों की धार्मिक आस्थाएं जुड़ी रहती है। मालपुर मेले के लिए व्यापारी एक दिन पहले रविवार से ही आकर अपनी-अपनी दुकान लगाई साथ ही लोग रात्रि ढ़ाई बजे मूहूर्त होने के कारण रात्रि में स्नान कर तिल व गुड का अर्घ देते नजर आये ।
जमकर की खरीददारी
मालपुर मेंले में पहुंचे लोगो ने सबसे पहले स्नान दान किया व फिर मेले में पहुंच कर विभिन्न प्रकार की बस्तुओ की खरीददारी की। मेले में सबसे ज्यादा लाई मुर्रा बिका ,इसके साथ ही लोगो ने झूले व मौत के कुआं का भी आनंद लिया साथ ही बच्चो ने भी जमकर खरीददारी की ।
जमकर बिकी शराब
मालपुर मेला का आयोजन मा नर्मदा के तट पर प्रतिवर्ष आयोजित होता है और वैसे भी सरकार के द्वारा नर्मदा तट के आसपास शराब विक्रय पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस सबके बाद भी मालपुर मेले मेें जमकर शराब की बिक्री हुई हालांिक पुलिस प्रशासन इस पर नजर बनाये हुए था जिसके कारण सोमवार को एक कैरेट शराब की जब्ती की गई थी।
मेले में तब्दील हुआ शहपुरा स्टैड
मेले को लेकर शहपुरा नगर का स्टैड मेले से कम नही रहा। चुंकि शहपुरा पूरे तहसील का केन्द्र बिन्दु हैं और श्रद्वालु यहीं से होकर नर्मदा स्नान के लिए प्रस्थान करतेे है। मेले में इस बार भी दूर दूर से लोग पहुंचे जिन्होने पहले स्नान किया व बाद में मेले में आएझूले व अन्य सामग्रियो का जम कर लुत्फ उठाया। इस बार शुभ मुहूर्त रात्रि में था जिसके कारण लोग दोपहर बाद मेले के लिए निकलते दिखे। मेले में सुबह से ही नगर निरीक्षक के के त्रिपाठी ने शहपुरा बस स्टैडं से लेकर मेला प्रांगण तक चाक चौबंद व्यवस्था की थी जिससे लोगो को किसी प्रकार की समस्या ना हो ।
अव्यवस्था की भेंट चढ़ा मेला
जनपद अध्यक्ष थानी सिंह धुर्वे ने जनपद पंचायत के द्वारा आयोजित मेले पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि मेला लापरवाही और अव्यवस्थाओ की भेट चढ गया। मेले में प्रतिवर्ष महिलाओ के स्नान के बाद कपड़े बदलने की व्यवस्था के लिए घाटो में दोनो तरफ चेंजिंग रूम बनाया जाता रहा है पर इस वर्ष हजारो श्रद्वालुओ के लिए घाटो के दोनो तरफ सिर्फ दों,चार चेंजिंग रूम पन्नियो के द्वारा बनाए गये है जो कि मेला के अनूरूप नाकाफी है। साथ ही शुभ मुहूर्त रात्रि में होने के चलते सैकड़ो श्रद्वालु व व्यापारी रात्रि में ही रूके थे। जिनके लिए समुचित अलाव व प्रकाश की व्यवस्था घाटो में नही की गई जिससे श्रद्वालू परेशान दिखे। मेलेा परिसर पर समुचित अलाव की व्यवस्था करना मेंला अधिकारी की जिम्मेदारी थी पर मेला अधिकारी के द्वारा अलाव के लिए लकड़ी की व्यवस्था करने की बजाय मुनगा की लकडी उपलब्ध करवाई गई। जिसके कारण लोगो को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा यहां तक की सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस कर्मियो तक के लिए लकड़ी की व्यवस्था नहीं की गई।