डिंडोरीPublished: Jun 17, 2019 10:15:10 pm
Rajkumar yadav
जगतपुर के समीप एक ही जगह दो वाहन पेड़ से टकराए
One killed, 13 injured in three road accidents
करंजिया। मुख्यालय से 8 किमी दूर डिंडोरी अमरकंटक मुख्य मार्ग मे जगतपुर के समीप शाम करीब 5 बजे पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पेड से जा टकराई। जिसके 4 घंटे बाद डिंडोरी की तरफ से अमरकंटक जा रही बोलेरो वाहन भी उसी स्थान पर अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। बोलेरो वाहन क्र. सीजी 10 एएच 0796 मे सवार रानी वर्मन पति जीतू वर्मन 28 वर्ष की मृत्यू हो गई एवं अन्य 8 लोग गीता पति रंजीत, ज्योति पति राजू, रंजीत, काशी पिता रामस्वरूप, शंकर पिता परमानंद, संजय पिता शंकर, शिवकुमारी पति केशव एवं विपिन पिता केशव को चोंट आई है। उन्हे देखने आटो से आ रहे उनके रिश्तेदार का भी मुख्यालय से 2 किमी दूर तरेरा के पास एक्सिडेंट हो गया। आटो पलटने से उसमे सवार 5 लोगो नमिता पति बोधन, बोधन पिता भेयालाल, अरूण पिता हरजीत, बबुआ एवं राजकुमार को चोंट आई है। जानकारी मे पता लगा कि ये सभी लोग अमरकंटक के थे जो की रानी वर्मन को ससुराल से लेकर घर जा रहे थे कुछ ही दिन पहले रानी की शादी बजाग के समीप हुई थी। वही पिकअप वाहन मे किसी को चोट नही आई परन्तु गाडिय़ो को काफी नुकसान हुआ है। रविवार का दिन क्षेत्र मे हुई दुर्घटना से लोग सहम गये है ।
पेड गिरने एवं पटरी मे मिट्टी की बजह से हुई दुर्घटना
दुर्घटना को देखने वाले प्रत्यक्ष दर्शियो ने बताया कि मुख्यमार्ग पर पेड़ दोपहर से गिरा पडा है। वही रोड के दोनो तरफ मुरूम की जगह मिट्टी पड़ी है। बारिश के कारण एवं वाहनो की आवाजाही मे मिट्टी रोड पर भी आ गई है। दोनो गाडियो की दुर्घटना अनियंत्रित होकर हुई है। पेड से बचने के लिए ब्रेक मारने पर गाडिय़ा मिट्टी मे स्लिप होकर अनियंत्रित हो गई जिससे वे पेडो से जाकर टकरा गई ।
ठेकेदार की लापरवाही से हादसा
विगत 4 माह पहले रोड की साईड पटरी निर्माण के दौरान ठेकेदार के द्वारा लापरवाही की गई। उस समय उनके द्वारा रोड के साईड मे मिट्टी डाल दी गई। जिससे होने वाले हादसों व मुरुम की जगह मिट्टी डालने को लेकर पत्रिका में खबरें भी प्रकाशित की गई थी। जिम्मेदारो को चेताया भी था कि रोड किनारे साईड पर मिटटी डालने से बडी दुर्घटनाएं हो सकती है। साथ ही ग्रामीणो ने भी इसे लेकर विरोध किया गया परन्तु जिम्मेदार अधिकारी एवं ठेकेदार मुरूम की जगह मिट्टी डाल कर कोरम पूर्ति कर अपना पल्ला झाड़ लिया। जिसका खामियाजा आम राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है।