नौकरी का झांसा देकर पिता पुत्र ने की लाखों की ठगी
डिंडोरीPublished: Feb 14, 2019 09:55:38 pm
कोतवाली में शिकायत करने पहुंचा पीडित
Father’s son cheated millions of jobs by joking
डिंडोरी। कोतवाली थानांतर्गत बिंझौरी निवासी एक युवक ने गुरूवार को कोतवाली में लिखित शिकायत करते हुये बालाघाट निवासी पिता पुत्र पर नौकरी लगाने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने का आरोप लगाया है। पीडि़त उपसरपंच दयाल दास पिता पुनवा सिंह पदम ने शिकायत में बताया कि 2011 में पिता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी जो शासकीय नौकरी में थे। जिनकी मृत्यु उपरांत जीपीएफ की राशि परिजनों को मिली थी। दयाल दास उद्यानिकी से स्नातक था पिता की मृत्यु के बाद परिवार का बोझ उसके सिर पर था और उसे शासकीय नौकरी की तलाश थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात सुनियामार में रहने वाले मिश्रा से हुई जो पूर्व परिचित था, मिश्रा आयुर्वेदिक औषधालय बोदर में कंपाउडर के पद पर है और चर्चा के दौरान मिश्रा ने दयाल की नौकरी लगवाने की बात कहते हुये अपने परिचित बालाघाट निवासी अवधेश कुमार धारवाल पिता सुग्रीव धारवाल से परिचय कराते हुये दयाल दास की नौकरी लगाने की बात कही। अवधेश कुमार ने दयाल दास को शीघ्र ही कोई शासकीय नौकरी दिलाने का आश्वासन देते हुये दस्तावेज के साथ राशि की मांग की। पीडि़त चंूकि मिश्रा से पूर्व परिचित और मिश्रा बालाघाट के रहने वाले थे वे उक्त लोगों को जानते थे। मिश्रा के चलते पीडि़त उक्त पर विश्वास करते हुये सुग्रीव धारवाल के खाता नम्बर 594402010000343 के खाते में व पुत्र अवधेश कुमार धारवाल का खाता क्रमांक 1305001500047109 व नगदी सहित क्रमश: 17 अगस्त 13 से 23 दिसम्बर 15 तक अलग अलग तिथियों में कुल राशि 3 लाख 54 हजार 940 रुपए का भुगतान किया है। नगदी भुगतान के दौरान मिश्रा भी मौजूद रहे। पीडि़त ने बताया कि लगातार संपर्क में रहते हुये उक्त के द्वारा राशि की मांग को लेकर कई तरह के झांसे भी दिये गये। पीडि़त झांसे में फंसता गया और एक मोटी रकम विभिन्न माध्यमों से ठगों के हवाले कर दिया। लेकिन लम्बे अंतराल के बाद पीडि़त को शासकीय नौकरी नही मिली तो वह संबंधितों से संपर्क स्थापित किया तब भी उसे आश्वासन मिलता रहा लेकिन लगभग पांच साल तक उसे गुमराह किया जाता रहा। जिस पर उसने अपनी दी हुई राशि की मांग की लेकिन उक्त पिता पुत्र राशि देने से मुकर गये और धमकी भरे लहजे में कहने लगे कि जहां लगे शिकायत कर दो एक पैसा वापिस नही दिया जायेगा। जिसके बाद पीडि़त दयाल दास गुरूवार को कोतवाली पहुंच लिखित शिकायत दर्ज कराई है।