पैकेट वाले खाने में छिपा खतरा: डायबिटीज़ का बढ़ सकता है खतरा
इमल्सीफायर वो चीज़ें होती हैं जिन्हें पैकेट वाले खाने में अच्छा दिखाने, स्वाद बढ़ाने और खाने को ज्यादा समय तक खराब होने से बचाने के लिए डाला जाता है. “The Lancet Diabetes & Endocrinology” नाम की पत्रिका में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक इन इमल्सीफायरों को टाइप 2 डायबिटीज़ से जोड़ा गया है. इससे पहले भी इन्हें ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर से भी जोड़ा जा चुका है.
इमल्सीफायर: स्वादिष्ट खाने का दुश्मन?
फ्रांस के इंस्टीट्यूट नेशनल डे ला रीचर्च एग्रीकॉल (INRAE) के वैज्ञानिकों ने 14 सालों तक 104,139 लोगों पर रिसर्च की. इन लोगों के खाने में इस्तेमाल होने वाले इमल्सीफायरों की मात्रा का अध्ययन किया गया और पाया गया कि इनमें से 1056 लोगों को आगे चलकर डायबिटीज़ हो गई. जिन ख़ास इमल्सीफायरों का रिस्क ज्यादा पाया गया वो हैं कैरेजेनन (3%), ट्राईपोटासियम फॉस्फेट (15%), ग्वार गम (11%), और ज़ैनथन गम (8%).
क्या आपके दही-बिस्कुट आपको डायबिटीज़ बना रहे हैं?
अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि अभी और जांच की ज़रूरत है. यह सिर्फ एक अध्ययन है और इससे ये साबित नहीं होता कि इमल्सीफायर सीधे तौर पर डायबिटीज़ का कारण बनते हैं. दुनिया भर में ऐसे और अध्ययन करने होंगे. लेकिन, इन नतीजों से ये पता चलता है कि खाने में डाले जाने वाले इन पदार्थों के नियमों पर फिर से विचार किया जाना चाहिए ताकि लोगों की सेहत का ख़याल रखा जा सके.