* गर्भावस्था के दौरान आप जो भी आहार लेती हैं, उससे न केवल आपके शरीर को पोषण मिलता है, बल्कि आपके पेट में पल रहे बच्चे का भी विकास होता है। हर दिन के साथ आपक ी मैक्रो एवं माइक्रो न्यूट्रिएन्ट्स की जरूरत बढ़ती जाती है।
* आपको हर ग्रुप का भोजन अपने आहार में शामिल करना चाहिए। इससे आपके लिए यह ध्यान में रखना आसान हो जाता है कि आप क्या खा रही हैं। जरूरी है कि हर भोजन में कम से कम तीन ग्रुप संतुलित मात्रा में शामिल हों। जंक फूड के सेवन से बचें क्योंकि इससे बेवजह आपका वजन बढ़ेगा और पोषक पदार्थों की कमी होगी।
* आमतौर पर हमारे देश में गर्भावस्था के दौरान ऐसा खाना खाने की सलाह दी जाती है, जो बहुत सारे घी में बना हो। हालांकि इस तरह के आहार के अपने फायदे हैं, लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। नहीं तो वजन तेजी से बढ़ता है और बच्चे के जन्म के बाद वजन कम करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इस दौरान सक्रिय रहें और सेहतमंद आहार लें।
* आपके आहार में सभी समूहों के पोषक पदार्थ शामिल होने चाहिए जैसे काबोर्हाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन व मिनरल्स और डेयरी उत्पाद।
भूख को ठीक तरह से प्रबंधित करने के सुझाव
* गर्भावस्था के दौरान महिला को बहुत ज्यादा भूख लगती है और ज्यादातर महिलाएं भूख लगने पर जंक फूड और अस्वास्थ्यप्रद आहार खाना चाहती हैं। ऐसे भोजन में काबोहाइड्रेट/ वसा तो भरपूर मात्रा में होते हैं लेकिन पोषक पदार्थों की कमी होती है। ऐसे में अपने आहार पर ध्यान देना जरूरी है।
* इसी तरह अगर आपको कोई भोजन अच्छा नहीं लग रहा, जो आपकी सेहत और बच्चे के विकास के लिए जरूरी है तो अपने डायटीशियन से बात कर इसका कोई विकल्प लें ताकि आपकी पोषण संबंधी सभी जरूरतें पूरी हो सकें।
* दिन में दो से तीन बार भरपेट खाने के बजाए कम मात्रा में बार-बार खाएं। इससे पाचन की समस्या भी नहीं होगी। इसके अलावा नियमित रूप से थोड़ा बहुत व्यायाम करें, जिससे शरीर में हॉर्मोनों का संतुलन बना रहेगा और आप गर्भावस्था के दौरान फिट और चुस्त बनी रहेंगी।