नीम की छाल और पत्ती मसूड़ों की बीमारियों को रोकने में मददगार होती है। नीम दांतों की सड़न, मसूड़ों के दर्द और मुंह के संक्रमण को रोकन के लिए एक प्रभावी उपाय है। दांतों की सफाई और सेहत के लिए नीम की दातून का प्रयोग पुराने समय से किया जाता रहा है। जो आज भी प्रभावी है।
स्किनकेयर उत्पादों में नीम का काफी उपयाेग किया जाता है। इसमें पाए जाने वाले एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण त्वचा से मुँहासे और अतिरिक्त तेल को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह रंजकता और सूरज की क्षति के खिलाफ भी प्रभावी है। आप कुछ नीम के पत्तों को ब्लेंड करके और इसे अपने चेहरे पर लगाकर एक DIY नीम पैक बना सकते हैं।
एंटी-डैंड्रफ शैंपू के ताैर पर नीम का उपयाेग बालाें की सेहत बनाए रखता है। इसमें पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण रूसी और खुजली को कम करते हैं। इसके आप सिर पर नीम की पत्तियों का पेस्ट लगा सकते हैं।
नीम की पत्तियां सबसे आम और किफायती कीट नाशक हैं जो कीटों और मच्छरों के खिलाफ प्रभावी हैं। मच्छरों को दूर रखने के लिए एक बर्तन में कुछ सूखी पत्तियों को जलाएं। कीटों को दूर रखने के लिए कपड़े के भंडारण के दौरान भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर नीम की पत्तियां रोजाना चबाने से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो सकती है। यह आपके जिगर के स्वास्थ्य के लिए भी उत्कृष्ट है और पाचन में भी सुधार कर सकती है।