शिशु के घर लौटने के बाद यह ध्यान रखें कि जिस कमरे में वह रहेगा वहां का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस हो। इतना तापमान न होने पर कमरे में हीटर का प्रयोग करें। लेकिन इस दौरान दरवाजे व खिड़कियां खुली रखें। क्योंकि यह वातावरण में मौजूद ऑक्सीजन व नमी को सोख लेता है। जिससे त्वचा रूखी हो जाती है। एक सप्ताह तक सिर्फ गीले कपड़े से उसके शरीर को पोछें।
शिशु की देखभाल के चक्कर में महिला खुद पर ध्यान ही नहीं देती। ऐसा न करें। सर्दी से बचकर रहें वर्ना असर नवजात पर हो सकता है। रोज गुनगुने पानी से नहाने के बाद शरीर पर तेल मालिश करें ताकि मांसपेशियों में रक्तसंचार बेहतर हो। नॉर्मल डिलीवरी नहीं हुई है तो डॉक्टरी सलाह पर मालिश शुरू करें।
सर्दी के मौसम में जितना हो सके पालक, मेथी, गाजर, चुकंदर जैसी हरी सब्जियां खाएं। इनमें विटामिंस, प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट्स तत्त्व होते हैं जो बे्रस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं के लिए फायदेमंद हैं। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बादाम, पिस्ता, अखरोट, किशमिश, अंजीर खाएं। मौसमी फल व सब्जियां भी खाएं।