भारत माता की जय और शहीद भागीरथ अमर रहे के नारों के बीच दूर-दराज से आए हजारों लोगों ने अपने लाडले शहीद को अंतिम विदाई दी। उन्होंने शहीद के पिता परशराम, पत्नी रंजना देवी और उनके भाइयों के पास बैठकर ढांढस बंधाया।
उन्होंने कहा कि इतनी कम उम्र में दुनिया से चले जाना किसी भी परिवार के लिए बहुत दुख का विषय है, लेकिन उन्होंने देश के लिए शहादत देकर परिवार के साथ ही पूरे प्रदेश का सिर गर्व से ऊंचा किया। उन्होंने शहीद के 3 वर्षीय पुत्र एवं डेढ़ वर्षीय पुत्री शिवांगी को गोद में लेकर दुलारा और उनके सिर पर हाथ फेरकर प्यार किया।
ग्रामीणों की मांग पर राज्य सरकार द्वारा शहीद भागीरथ के नाम पर स्कूल का नामकरण करने, शहीद विधवा को सरकारी नौकरी दिलवाने का आश्वासन दिया। गम और गर्व भरे माहौल में शहीद के 3 वर्षीय पुत्र विनय ने अपने शहीद पिता को मुखाग्नि दी। तिरंगा लिपटे शहीद के पार्थिव शरीर को सीआरपीएफ ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
सीआरपीएफ जयपुर के डीआईजी जगदीश प्रसाद मीणा, सांसद डॉ.मनोज राजौरिया, राजाखेड़ा विधायक रोहित बौहरा, धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाह, बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह, जिला कलक्टर नेहा गिरि, पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, समेत बड़ी संख्या में प्रशासनिक, पुलिस, सैन्य अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, आमजन ने पुष्प चक्र अर्पित किए। गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकी हमले में 42 जवान शहीद हो गए थे।
पूरा ख्याल रखेंगें केन्द्रीय राज्य कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि पूरे देश को शहीदों पर गर्व है। हम इस जन्म में इनका अहसान नहीं उतार सकते लेकिन परिवार की मदद कर सकते हैं। केन्द्र सरकार के पैकेज के अतिरिक्त अन्य प्रकार से भी मदद करेंगे। खेत में सिंचाई का प्रबंध करेंगे। इसके लिए केन्द्रीय भूजल बोर्ड या अन्य एजेन्सी से मदद करवाएंगे।
राज्य महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने बताया कि युद्ध या अन्य ऑपरेशनों में शहीद सैनिक अथवा अद्र्धसैनिक बलों के कार्मिक के परिवार को देय सहायता राशि को राज्य सरकार ने बढ़ा दिया है। अब शहीद का परिवार कुल 50 लाख रुपये नकद अथवा 25 लाख रुपये नकद के साथ में 25 बीघा भूमि अथवा 25 लाख रुपये नकद के साथ राजस्थान आवासन मण्डल के एक आवास का विकल्प चुन सकता है।
राज्य सरकार ने पूर्व की भांति शहीद परिवार के एक आश्रित को सरकारी नौकरी, बच्चों को पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति तथा माता-पिता को 3 लाख रुपये की सावधि जमा भी देय होगी। परिवार के सदस्य को कृषि भूमि पर आउट ऑफ टर्न आधार पर बिजली कनेक्शन, शहीद की पत्नी एवं आश्रित बच्चों और शहीद के माता-पिता को राजस्थान रोड़वेज की डीलक्स एवं साधारण बसों में निःशुल्क यात्रा के लिए पास सुविधा तथा एक विद्यालय का नामकरण शहीद के नाम पर किए जाना भी शामिल है।