ज्योतिषाचार्य पं. प्रह्लाद कुमार पण्ड्या ने पत्रिका डॉट कॉम को बताया कि भगवान श्रीगणेश की पार्थिव प्रतिमा की स्थापना के लिए दोपहर का समय ही बेहद शुभ समय रहेगा । क्योंकि श्री गणेश जी का जब जन्म हुआ था तब भादों मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि थी और उस वक्त जन्म का शुभ समय मध्यान काल यानी की दोपहर का ही समय था । इसलिए श्री गणेश जी पार्थिव मूर्ति की स्थापना के लिए दोपहर का समय सबसे शुभ होता हैं । इस गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी या सिद्धीविनायक चतुर्थी भी कहा जाता है ।
पार्थिव श्री गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त
गणेश मंत्र
।। ऊँ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ।।
13 सितंबर 2018 – दिन – गुरुवार
चतुर्थी तिथि – सूर्योदय से लेकर दोपहर 2 बजकर 51 मिनट तक ही रहेगी ।
स्वाती नक्षत्र – रात्रि में 12 बजकर 57 मिनट तक रहेगा ।
चंद्र – तुला राशि में रहेगा ।
रवि योग – रात्रि 8 बजकर 55 मिनट से 12 बजकर 57 मिनट तक ।
भद्रा – सूर्योदय से लेकर दिन में 2 बजकर 51 मिनट तक ।
पाताल में वास – शुभ रहेगा ।
श्री गणेश स्थापना के लिए शुभ समय – 13 सितंबर 2018 दिन गुरुवार
1- प्रातःकाल – 6 बजकर 14 मिनट से लेकर 7 बजकर 46 मिनट तक – (शुभ)
2- दिन में – 10 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 23 मिनट तक – (चल )
3- दिन में – 12 बजकर 23 मिनट से 1 बजकर 55 मिनट तक – (लाभ)
4- दिन – 1 बजकर 55 मिनट से 3 बजकर 27 मिनट तक – (अमृत)
5- सायंकाल- 4 बजकर 59 मिनट से 6 बजकर 32 मिनट तक – (शुभ)
6- रात्रि – 6 बजकर 32 मिनट से 7 बजकर 59 मिनट तक – (अमृत)
7- रात्रि – 7 बजकर 59 मिनट से 9 बजकर 27 मिनट तक – (चल)
श्री गणेशाय नमः