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देशप्रेम का जज्बा लिए जाते हैं बॉर्डर पर

locationधारPublished: Jan 12, 2019 01:12:36 am

विश्व युवा दिवस : धार जिले से सरकारी खर्च पर हर साल लाभान्वित होते हैं दो सौ बच्चे

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देशप्रेम का जज्बा लिए जाते हैं बॉर्डर पर

धार. देश भक्ति के जज्बे को लेकर खेल और युवा कल्याण विभाग मध्यप्रदेश शासन ने १० मई २०१३ को निर्णय लिया कि देश भक्ति की भावना को जगाकर बच्चों को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया जाए और इसके लिए भारतीय अंतरराष्ट्रीय जल और थल सीमाओं पर अनुभव यात्रा के लिए भेजा जाए। धार जिले से हर साल लगभग २०० युवा साथी देश की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं का जायजा लेने पहुंचते हैं, जो बाद में सेना और इसके सहयोगी दलों का हिस्सा बन जाते हैं।
इस कड़ी में वाघा सीमा चौकी, तनोट माता मंदिर, बबलीऑन चौकी, लोंगोवाल, बाड़मेर, समुद्री सीमा कोचीन, विशाखापट्टनम, कलकत्ता, नाथुला दर्रा, अंडमान निकोबार में युवाओं को अंतरराष्ट्रीय भारतीय सीमा के प्रहरियों से मुलाकात, भारतीय हथियारों की जानकारी, सैनिकों की दिनचर्या, विपरीत परिस्थितियों से जूझने की क्षमता में प्रोत्साहन आदि जीवन उपयोगी तथ्यों से परिचित कराया जाता है। धार जिला खेल अधिकारी हेमंत सुबीर ने बताया कि १० मई २०१३ से अब तक १० हजार से अधिक युवा देश के विभिन्न बॉर्डर का अनुभव ले चुके हैं। इनमें से लगभग १५०० युवा सैनिक और इससे जुड़े बलों में देश सेवा के साथ-साथ जीवन यापन कर रहे हैं। युवा अपनी जिज्ञासाओं से सीमा सुरक्षा बलों के प्लाटून कमांडरों से रूबरू होकर सामान्य रूप से पाकिस्तान की सैन्य ताकत को आंकते हुए अपनी क्षमता का विकास करते हैं। बबलिऑन वाला चौकी, तनोट माता मंदिर पर हाल ही में प्लाटून कमांडर संतोष सिन्हा ने बताया कि २०० मीटर पर बिलाल चौकी पर हम सभी प्रकार से अव्वल हैं। किसी भी परिस्थिति में भारतीय सेना दुष्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
युवाओं से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि इससे देश सेवा जागृत होती है । इसमें वे युवा जा सकतेे हैं जिन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना, एनसीसी, मेधावी छात्र, सामाजिक सांस्कृतिक कार्यकर्ता, रेडक्रॉस तथा खेलकूद प्रतिभावान प्रदर्शन किया है। इनका चयन स्थानीय समिति लॉटरी के माध्यम से करती है। रक्षा मंत्रालय सीमा सुरक्षा बल से एनओसी(बॉर्डर पर कोई मूवमेंट नहीं चल रहा हो) प्राप्त कर रेलवे मंत्रालय के माध्यम से विशेष बोगी के द्वारा सीमा पर युवाओं को दो पुलिस सिक्योरिटी के संरक्षण में भेजा जाता है।

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