scriptचलाएं या बंद रखें, डिसीजन नहीं ले पा रहे मैजिक चालक | Run or keep off, the magic driver unable to take the decison | Patrika News
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चलाएं या बंद रखें, डिसीजन नहीं ले पा रहे मैजिक चालक

स्कूली वाहनों पर सख्ती से बंद कर बैठे हैं वाहन स्वामी, परेशानी में बच्चों के पालक

धारJul 15, 2019 / 10:54 am

atul porwal

Dhar

Dhar

धार.
एक ही गाड़ी में ज्यादा बच्चे भरने वाले स्कूली वाहनों पर सख्ती बच्चों के हित का काम है, लेकिन इस कार्रवाई से मैजिक चालक परेशान हैं। पिछले तीन दिन से काम बंद कर बैठे मैजिक चालक अब भी डिसीजन नहीं ले पा रहे हैं कि गाड़ी चलाए या बंद कर दें।
हालांकि ऑटो में अब भी क्षमता से अधिक बच्चे लादे जा रहे हैं, जिससे किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।
मैजिक चालकों का कहना है कि क्षमता में बच्चे बैठाएं तो खर्चा नहीं निकल पाएगा, वहीं बच्चों के पालक भावराव से पिछे नहीं हट रहे हैं। गौरतलब है कि क्षमता से अधिक बच्चे बैठाए जाने से नाराज अफसरों ने स्कूली वाहनों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। निजी स्कूलों के लिए चल रहे वाहनों ने क्षमता में लाने का प्रयास शुरू कर दिया है, लेकिन कई ऐसे सरकारी स्कूल हैं, जहां जाने वाले बच्चे वाहन बंद होने से परेशान है। गौरतलब है कि केंद्रीय विद्यालय के लिए निजी वाहल दौड़ते हैं, जिनमें क्षमता से अधिक बच्चे दिखाई दे रहे हैं। तीन दिन से बंद पड़े वाहनों के कारण बच्चे और उनके पालक परेशान है। बच्चों को स्कूल छोडऩा व उन्हें वापस लाने की कशमकश में परेशान पालक अब वाहन चालकों को पर्याप्त रकम देने को तैयार हैं, लेकिन प्रशासन की ऑटों चालकों पर कार्रवाई नहीं करना गैर वाजिब लग रहा है। केंद्रीय विद्यालय में करीब एक हजार बच्चे अध्ययपरत हैं, जो मैजिक और ऑटो से स्कूल आना जाना करते हैं। बता दें कि केवी अपने वाहनों का संचालन नहीं कर सकते हैं। जिससे पालकों को नीजी वाहनों के भरोसे रहना पड़ता है। ऐसा ही कई और छोटे प्राइवेट स्कूलों के हाल हैं, जहां बच्चों को लाने ले जाने के लिए निजी वाहनों का इस्तेमाल होता है।
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