केस-1
धार से तिरला की ओर जाने वाले मार्ग पर शुक्रवार दोपहर करीब 3 बजे जीप एमपी-44-बीसी-1551 की छत पर सवारियां नजर आई। इस गाड़ी में बेहिसाब सवारियां लदी थी, जो दरवाजों से बाहर लटकती नजर आई। यही गाड़ी आरटीओ से महज 200 मीटर दूरी से गुजरी, लेकिन ना तो इस पर किसी परिवहन अधिकारी, कर्मचारी की नजर पड़ी और ना ही ट्रेफिक या थाने की पुलिस ने इस पर ध्यान दिया। जरा-सी चूक होती तो जीप पलट सकती थी और हादसे के बाद अफसर कागजों की दोड़ लगाते देखे जा सकते थे। यह जीप सवारियां ढोने के लिए लंबे समय से दौड़ लगा रही है, लेकिन इसका रजिस्ट्रेशन निजी वाहन के रूप में है। प्राइवेट गाड़ी होना बताकर कमर्शियल यूज करने वाले टैक्स चोरी कर सरकार को भी चुना लगा रहे हैं, जिससे जिम्मेदार बेखबर बने बैठे हैं।
धार से तिरला की ओर जाने वाले मार्ग पर शुक्रवार दोपहर करीब 3 बजे जीप एमपी-44-बीसी-1551 की छत पर सवारियां नजर आई। इस गाड़ी में बेहिसाब सवारियां लदी थी, जो दरवाजों से बाहर लटकती नजर आई। यही गाड़ी आरटीओ से महज 200 मीटर दूरी से गुजरी, लेकिन ना तो इस पर किसी परिवहन अधिकारी, कर्मचारी की नजर पड़ी और ना ही ट्रेफिक या थाने की पुलिस ने इस पर ध्यान दिया। जरा-सी चूक होती तो जीप पलट सकती थी और हादसे के बाद अफसर कागजों की दोड़ लगाते देखे जा सकते थे। यह जीप सवारियां ढोने के लिए लंबे समय से दौड़ लगा रही है, लेकिन इसका रजिस्ट्रेशन निजी वाहन के रूप में है। प्राइवेट गाड़ी होना बताकर कमर्शियल यूज करने वाले टैक्स चोरी कर सरकार को भी चुना लगा रहे हैं, जिससे जिम्मेदार बेखबर बने बैठे हैं।
केस-2
अब नजर आई एक छोटी गाड़ी, जिसमें देश का भविष्य सवार था। मसलन स्कूली बच्चों को बैठाकर जा रही मैजिक गाड़ी में भी क्षमता से अधिक बच्चे नजर आए। पीछे की ओर बैठे बच्चों की सुरक्षा के लिए ना तो कोई जाली थी और ना ही इन्हें संभालने के लिए स्कूल का स्टाफ मौजूद दिखा। बड़ी बात यह कि इस गाड़ी पर रजिस्ट्रेशन की नंबर प्लेट भी नहीं थी। साफ नजर आ रहा कि वाहन चालक बच्चों के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं।
अब नजर आई एक छोटी गाड़ी, जिसमें देश का भविष्य सवार था। मसलन स्कूली बच्चों को बैठाकर जा रही मैजिक गाड़ी में भी क्षमता से अधिक बच्चे नजर आए। पीछे की ओर बैठे बच्चों की सुरक्षा के लिए ना तो कोई जाली थी और ना ही इन्हें संभालने के लिए स्कूल का स्टाफ मौजूद दिखा। बड़ी बात यह कि इस गाड़ी पर रजिस्ट्रेशन की नंबर प्लेट भी नहीं थी। साफ नजर आ रहा कि वाहन चालक बच्चों के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं।
केस-3
छत पर सामान और बाहर तक लटकी सवारियां। इस गाड़ी पर पीछे की ओर लटके स्कूली बच्चे जान से खिलवाड़ करते नजर आए। यह गाड़ी धार शहर से ग्रामीण अंचल जा रही थी, जो नित्यानंद आश्रम के पास पत्रिका की नजर में आई। शहर के जिन स्थानों से यह गाड़ी गुजरी वे कोतवाली और नौगांव थानों की जद में आते हैं। आगे जाकर यह गाड़ी तिरला थाना क्षेत्र से भी गुजरी, लेकिन एक भी पुलिस अधिकारी या जवान की नजर इस पर नहीं पड़ी। जिला परिवहन अधिकारी का तमगा लगाई बैठे आरटीओ एक सप्ताह में भी एक्शन मोड पर नहीं आ सके, जिससे बड़ी लापरवाही झालक रही है।
छत पर सामान और बाहर तक लटकी सवारियां। इस गाड़ी पर पीछे की ओर लटके स्कूली बच्चे जान से खिलवाड़ करते नजर आए। यह गाड़ी धार शहर से ग्रामीण अंचल जा रही थी, जो नित्यानंद आश्रम के पास पत्रिका की नजर में आई। शहर के जिन स्थानों से यह गाड़ी गुजरी वे कोतवाली और नौगांव थानों की जद में आते हैं। आगे जाकर यह गाड़ी तिरला थाना क्षेत्र से भी गुजरी, लेकिन एक भी पुलिस अधिकारी या जवान की नजर इस पर नहीं पड़ी। जिला परिवहन अधिकारी का तमगा लगाई बैठे आरटीओ एक सप्ताह में भी एक्शन मोड पर नहीं आ सके, जिससे बड़ी लापरवाही झालक रही है।
आप तो नंबर सहित खबर लिखो
अभी नया हूं और जिले को समझनमे का प्रयास कर रहा हूं। नोटिफाई कर रहा हूं कि यहां के वाहन चालक किस-किस तरह की गलतियां करते हैं। आप तो गाड़ी नंबर सहित खबर लिखो। हम पकड़ लाएंगे।
-विक्रमजीतसिंह कंग, आरटीओ धार
अभी नया हूं और जिले को समझनमे का प्रयास कर रहा हूं। नोटिफाई कर रहा हूं कि यहां के वाहन चालक किस-किस तरह की गलतियां करते हैं। आप तो गाड़ी नंबर सहित खबर लिखो। हम पकड़ लाएंगे।
-विक्रमजीतसिंह कंग, आरटीओ धार