scriptन बैंडबाजा बजे न ढोल ताशा अब आर्थिक संकट से जूझ रहे | Neither Bandbaaja nor Dhol Tasha are now facing financial crisis | Patrika News
धार

न बैंडबाजा बजे न ढोल ताशा अब आर्थिक संकट से जूझ रहे

लॉकडाउन के चलते सारे मांगलिक व धार्मिक कार्यक्रम निरस्त हो गए शादी ब्याह का सीजन भी खत्म होने को है।

धारJun 04, 2020 / 09:28 am

sarvagya purohit

न बैंडबाजा बजे न ढोल ताशा अब आर्थिक संकट से जूझ रहे

न बैंडबाजा बजे न ढोल ताशा अब आर्थिक संकट से जूझ रहे

न बैंडबाजा बजे न ढोल ताशा अब आर्थिक संकट से जूझ रहे
– लोग सरकार से लगाई मदद की गुहार
सादलपुर.
लॉकडाउन के चलते सारे मांगलिक व धार्मिक कार्यक्रम निरस्त हो गए शादी ब्याह का सीजन भी खत्म होने को है। पहले की सारी बुकिंग निरस्त हो गई है। ऐसे में क्षेत्र में ढोल ताश व बैंड बाजा व्यवसाय से जुड़े लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे है, जिसके चलते इन परिवारों की हालत खराब है पीढिय़ों से बैंड बाजा बजाकर अपना गुजर बसर करने वाले परिवार शादी ब्याह के प्रमुख सीजन के भरोसे ही पूरे साल की तैयारी करते है। लेकिन लॉकडाउन की वजह से भूखे मरने की नौबत आ गई है। इन परिवारों ने एक रुपए का भी कारोबार इस सीजन में नहीं किया है। अब यह व्यवसायी सरकार से मदद की गुहार लगा रहे है। बुधवार को नगर के बैंड बाजा बजाने वाले परिवारों ने मुख्यमंत्री के लिए अनुविभागीय अधिकारी के नाम सादलपुर थाना प्रभारी को ज्ञापन भेंट कर सरकार से मदद की गुहार लगाई है। ज्ञापन में मांग की गई है कि सरकार गरीब तबके के लिए कई योजनाएं चला रही है। ऐसे में बैंड बाजा व्यवसाय से जुड़े प्रदेश भर के गरीब परिवारों के लिए भी आर्थिक मदद के लिए पैकेज बनाया जाए। इस अवसर पर इस व्यवसाय से जुड़े तेजसिंह बारोट, अर्जुन सोनगरा, वकील खान, गजेंद्र सोनगरा, अजय डांगी, उमेश बारोट आदि ने सादलपुर थाने पर ज्ञापन भेंट कर सरकार से मदद की गुहार लगाई।

Hindi News/ Dhar / न बैंडबाजा बजे न ढोल ताशा अब आर्थिक संकट से जूझ रहे

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो