मुलथान बनेगा धार जिले का पहला डिजिगांव
धारPublished: Jan 20, 2019 12:38:20 am
कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए किया जाएगा डिजिटल, वाईफाई सेवा से लैस होगा गांव
मुलथान बनेगा धार जिले का पहला डिजिगांव
धार. डिजिटल इंडिया अभियान को आगे बढ़ाते हुए केंद्र सरकार अब गावों को डिजिटल करने में जुट गई है। इस योजना का नाम ‘डिजिगांवÓ दिया गया है। इसी अभियान के तहत धार जिले के बदनावर विकासखंड के मुलथान गांव को केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए चुना है।
सीएससी ई गवर्नेंस के जिला प्रबंधक मनोज कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि इस योजना का मकसद न सिर्फ गांव देहात में इंटरनेट पहुंचाना नहीं, बल्कि ग्रामीणों को डिजिटल शिक्षित भी करना है। साथ ही उद्यमशीलता के अवसरों को प्रदान करना है। जैसे एलइडी बल्ब, सेनेटरी नैपकिन बनाने के लिए कुटीर उद्योग स्थापित करना, केंद्र सरकार के डिजिटल समावेशन पर स्पष्ट रूप से यह पहल ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को डिजिटल टेक्नोलॉजी के उपयोग के साथ-साथ नई सुविधा जैसे टेलीमेडिसिन, शिक्षा, बैंकिंग, कौशल जैसी गुणवत्ता सेवाओं तक पहुंचाएगी। सरकार प्रथम चरण में जिले के मुलथान गांव को डिजि गांव के रूप में मान्यता दे चुकी है तथा प्रथम चरण का कार्य भी सम्पन्न होने के स्थिति में है। केंद्र सरकार की इस सम्पूर्ण प्रक्रिया को पूरा करवाने के लिए संपूर्ण देश में सीएससी ई गवर्नेंस को अधिकृत किया गया है।
सीएससी ई-गवर्नेंस का नेटवर्क भारत के गांवों को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक सेवाओं के वितरण के लिए पहुंच बिंदुओं के रूप में कार्य करता है। डिजिटल आंदोलन इलेक्ट्रॉनिक बुनियादी ढांचे के माध्यम से बैंकिंग, पेंशन, डिजिटल साक्षरता, टेलीमेडिसिन जैसे ग्रामीण और दूरस्थ गावों में सेवाओं को गावों में लाने के परिवर्तन के आंदोलन में बदल गया है। ग्रामीणों को सभी सुविधाएं पाने के लिए शहर में नहीं जाना होगा।
जिला प्रबंधक मनोज कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि जिले के मुलथान गांव का चयन इस परियोजना के लिए हुआ है, जहां पर सीएससी संचालकों के द्वारा इस कार्य को किया जाएगा। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य डिजिटल डीबीटी पर मतलब डिजिटल डॉक्टर, डिजिटल बैंकर, डिजिटल टीचर है। इसमें गांव में ही कंप्यूटर लैब के साथ साथ रोजगारन्मुखी यूनिट एवं स्किल कौशल के शिक्षा के कार्य किए जाएंगे। साथ ही टेलीमेडिसिन के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएगी।