ताजा मामला थाना कोतवाली अंतर्गत मांडव रोड पर क्वींस पार्क कॉलोनी के मुख्य गेट के सामने का हैं। यहां पर सोमवार को एक निजी स्कूल का ऑटो पलट गया। वाहन के अंदर कुल पांच बच्चें बैठे थे। जिनमें से एक बच्चीं को गंभीर चोट आई है। बच्चों को धार जिला अस्पताल लाया गया, यहां पर बच्चें को प्राथमिक उपचार दिया गया। गंभीर बच्ची को हाथ में फैक्चर बताया जा रहा हैं, ऐसे में परिवार के लोग जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिलवाने के बाद बच्चीं को निजी अस्पताल ले गए है। साथ ही ऑटो में बैठे चार अन्य बच्चों को भी हल्की चोट आई हैं। मामले की सूचना पुलिस को भी दी गई है।
जानकारी के अनुसार निजी स्कूल से छुट्टी होने के बाद ऑटो क्रमांक एमपी- 11 आर-026 7 बच्चों को छोडऩे के लिए उनके घर जा रहा था, तभी कॉलोनी के गेट के नजदीक एकाएक कुत्ता सामने आ गया। जिसपर चालक ने ब्रेक लगाया।
अचानक हुई घटना से चालक वाहन को संभाल नहीं पाया तथा वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। ऑटो में करीब पांच बच्चें सवार थे, जिनमें से रिया पिता अजय उम्र 10 साल को हाथ में गंभीर चोट आई। वहीं अन्य बच्चों को हल्की चोट आई हैं। बच्चों को नजदीक के जिला अस्पताल लाया गया। यहां पर सभी को उपचार दिया गया, घटना की सूचना पर परिवार के लोग भी अस्पताल पहुंचे। इधर ऑटो के चालक मुकेश बैरागी को भी हाथ में चोट आई है।
अचानक हुई घटना से चालक वाहन को संभाल नहीं पाया तथा वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। ऑटो में करीब पांच बच्चें सवार थे, जिनमें से रिया पिता अजय उम्र 10 साल को हाथ में गंभीर चोट आई। वहीं अन्य बच्चों को हल्की चोट आई हैं। बच्चों को नजदीक के जिला अस्पताल लाया गया। यहां पर सभी को उपचार दिया गया, घटना की सूचना पर परिवार के लोग भी अस्पताल पहुंचे। इधर ऑटो के चालक मुकेश बैरागी को भी हाथ में चोट आई है।
हादसे में जा चुकी हैं, एक बच्चें की जान कुछ दिन पूर्व नौगांव थाना अंतर्गत सुनारखेड़ी फाटे पर टैंकर व स्कूल के लोडिंग वाहन की टक्कर हो गई थी। इसमें भी कई बच्चें घायल हुए थे। घायलों को इंदौर रैफर किया गया था, जिसमें एक बच्चें की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। घटना के बाद आरटीओ विभाग व यातायात विभाग ने एकाएक स्कूलों में पहुंचकर वाहनों की जांच की, किंतु दो दिन की कार्रवाई के बाद फिर दोनों ही विभाग शांत हो गए। इधर सोमवार को फिर हुई घटना के बाद आम लोगों के मन में यही सवाल खड़ा हो रहा हैं कि आखिर कब तक हादसों के बाद ही संबंधित विभाग जागेगा। हादसों के पहले भी वाहनों की जांच की जा सकती है।