इधर, धनबाद के एसएसपी मनोज चोथे ने बताया कि झावियुमो के नेता रंजीत सिंह ने रंगदारी मांगे जाने की शिकायत की थी। आवेदन में जिस नंबर से धमकी मिलने की बात कही गयी थी, उसका लोकेशन ट्रेस करने का आदेश तकनीकी सेल को दिया गया है। रंजीत की हत्याकांड मामले में पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं।
गौरतलब है कि झावियुमो नेता रंजीत सिंह ने मंगलवार सुबह ही धनबाद के एसएसपी से मुलाकात की और उन्हें बताया कि जेल में बंद गैंग्स ऑफ वासेपुर उनसे पांच लाख रुपए की रंगदारी मांग रहा है और उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। एसएसपी से शिकायत के दो घंटे बाद ही शाम पांच बजे उनकी कार पर फायरिंग हुई, जिसमें चार गोली रंजीत को लगी। रंजीत की मौत हो गई जबकि उनका चालक मुन्ना घायल हो गया। झावियुमो नेता रंजीत सिंह की हत्या के बाद से ही पार्टी कार्यकर्ताओं और रंजीत समर्थकों में आक्रोश व्याप्त है। वह इस मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे है।