यह हादसा बड़े वाहनों के लिए नोट इंट्री वालेक्षेत्र में घटी। जिस हाइवा ने कार को अपनी चपेट में ले लिया, उस पर नंबर भी नहीं थी। घटना के बारे में बताया जाता है कि बिना नम्बर की हाइवा रणधीर वर्मा चौक से डीआरएम मोड़ के समीप तेज गति से आ रही थी जबकि डॉ. साहा की कार पूजा टॉकीज की ओर से डीआरएम मोड़ पहुंचते ही सामने से आ रहे हाइवा में सामने से भिड़ गयी। कार चालक का शव कार में ही फसा हुआ था जिसे मौके पर पहुंची सदर पुलिस द्वारा कार से शव को निकाला गया।
गौरतलब है कि रात में रफ्तार का कहर धनबाद में अक्सर देखने को मिलता है। जहां पर मोटरसाइकिल और छोटी गाड़ियों को हाइवा और ट्रक चालक कीड़े मकोड़े की तरह समझते हैं। लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से इस ओर कोई खास ध्यान नहीं दिया जाता है।