राजिम क्षेत्र की सडक़ों को देखने के बाद कुरूद ब्लाक में बनी सडक़ों की जांच की। बताया गया है कि यहां ऐसे स्थानों पर भी सडक़ बना दी गई, जिसकी जरूरत ही नहीं थी। यहां तक महज रेत खदान में जाने के लिए लाखों रुपए खर्च कर सडक़ बना दी गई। जांच टीम में एमएसजीवाय के चीफ इंजीनियर एचएल पटेल, पीएमजीएसवाय के मुख्य अभियंता डीएस परगनिया, गुणवत्ता इंजीनियर वीके जैन, पीएमजीएसवाय के मुख्य अभियंता केके कटारे, आरईएस के मुख्य अभियंता अरविंद राही, दीपक मालेवार तथा बीएल केंवट शामिल थे।
ग्रामीण सडक़ विकास अभिकरण के सीईओ, आलोक कटियार ने बताया जिले में एक ही ठेकेदार को लगातार सडक़ बनाने का काम मिला है, यह भी एक गंभीर मामला है। सडक़ निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है। जल्द ही इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।