गणेशोत्सव को लेकर शहर में इन दिनों श्रद्धा और आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा हैं। मठ मंदिर चौक स्थित स्व. भीखू अग्रवाल परिवार की ओर से सजाई गई नयनाभिराम झांकी लोगों को बरबस ही आकर्षित कर रही हैं। यहां शिव महिमा की सजीव झांकी सजाई गई है। पहली झांकी में भगवान शंकर को शिवलिंग से प्रकट होते हुए दिखया गया है।
दूसरी झांकी में भगवान शिव को तांडव नृत्य करते हुए तथा तीसरी झांकी में जगत के कल्याण के लिए भगवान शंकर को विषपान करते हुए दिखाया गया है। इस आकर्षक झांकी को देखने के लिए रोजाना श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। उल्लेखनीय है कि शहर में स्व. भीखू अग्रवाल परिवार पिछले 75 सालों से गणेशोत्सव को बड़ी धूमधाम के साथ मनाते आ रहा है। चालीस साल पहले 24 मई 1972 को जब दाल-मील व्यवसायी सेठ भीखू अग्रवाल का स्वर्गवास हुआ, तो उसके बाद उनके पुत्र गणेश प्रसाद अग्रवाल, गोपाल प्रसाद, रामप्रकाश और रामकिशन अग्रवाल इस परंपरा को बखूबी निभाते आ रहे हैं।
पीडि़त मानवता को अपना धर्म मानकर वे मानव सेवा में जुटे हुए हैं। इसके तहत वे मठमंदिर चौक में पिछले दस सालों से एक ट्रस्ट का निर्माण कर स्व. भीखू-उर्मिला देवी अग्रवाल धर्मार्थ फिजियोथेरेपी और कम्प्यूटर सेंटर का भी संचालन कर रहे हैं। यहां जरूरतमंदों को नि:शुल्क प्रशिक्षण मिल रहा है। यहां एक विशेषज्ञ डॉक्टर की भी नियुक्ति की गई है।
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अंकुश अग्रवाल ने बताया कि भगवान गणेश की आराधना से मन को बेहद शांति मिलती है। धर्म-कर्म के काम में हमेशा मन लगा रहता है। भागदौड़ भरी जिंदगी में थोड़ा समय निकाल कर प्रभु की सेवा में मन लगाना चाहिए।