यह मामला मगरलोड ब्लाक के ग्राम परसट्टी का है। बताया गया है कि गांव के किसान गणेश राम साहू को अपनी मां के इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी। वह अपनी नहरडीह स्थित जमीन को बेचकर इलाज कराना चाहता था। इसके लिए नकल के लिए बार-बार पटवारी का चक्कर काट रहा था। लेकिन वह उसे हर बार खाली हाथ लौटा देता था। इससे वह काफी मायूस हो गया। इस बीच पटवारी हीरालाल ने उससे काम के एवज में 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इधर, मां के इलाज में हो रही देरी तथा पटवारी की हठधर्मिता से गणेश भी काफी परेशान हो गया।
उसने रायपुर जाकर एंटी ब्यूरो करप्शन से इसकी शिकायत कर दी। एसीबी ने पटवारी को पकडऩे के लिए प्लान तैयार किया, जिसके मुताबिक गणेश राम को केमिकलयुक्त 5 हजार रुपए देकर पटवारी के पास भेज दिया। योजना अनुसार गणेश राम साहू ने पटवारी हीरालाल को पैसा देने के लिए मगरलोड बुलाया।
एक डेलीनीड्स दुकान के पास कार में बैठकर पटवारी हीरालाल जैसे ही उससे 5 हजार रुपए लिया, तभी तत्काल वहां एसीबी के डीएसपी एस. अहमद, इस्पेक्टर अखर खान, झनक लाल साहू, रामकरण, रामप्रवेश मिश्रा की टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। मौके पर ही उसका हाथ धुलाकर नोट में प्रयुक्त रंग को छुड़वाया गया। बहरहाल आरोपी पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम 1988 की धारा 7,13 (1), डी-13 (2) के तहत कार्रवाई की गई। दोपहर बाद उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे रिमांड पर लिया गया है।