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उड़ीसा के पंपों में हुई घटना के बाद, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी

locationधमतरीPublished: Oct 04, 2018 12:47:27 pm

Submitted by:

Deepak Sahu

युकां समेत कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठों के नेताओं ने भी बढ़ती कीमतों को लेकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है

petrol pump

उड़ीसा के पंपों में हुई घटना के बाद, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी

धमतरी. पेट्रोल-डीजल के बढ़ती कीमतों को लेकर उड़ीसा के पंट्रोल पंपों में हुई तोड़-फोड़ की घटना के बाद धमतरी शहर के पंप संचालकों में भी भय पनपने लगा है। इसके बावजूद यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है। उधर युकां समेत कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठों के नेताओं ने भी बढ़ती कीमतों को लेकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
ऐसे में यदि समय रहते पंपों में सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त नहीं किया गया, तो गंभीर परिणाम सामने आ सकता है।

उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह में पेट्रोल-डीजल के दामों में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई है। लगातार बढ़ रहे कीमतोंं को लेकर वाहन चालकोंं में भी रोष पनपने लगा है। पेट्रोल पंपों में आए दिन विवाद की स्थिति भी निर्मित हो रही है।
बुधवार को पत्रिका ने शहर के कुछ पेट्रोल पंपों का मुआयना किया, देखा गया कि वाहन चालक पेट्रोल-डीजल की कीमतोंं को लेकर पंप संचालकों पर नाराजगी जाहिर कर रहे है। एक जानकारी के अनुसार धमतरी जिले में करीब 45 पेट्रोल पंप है, जिसमें से शहर के नेशनल हाइवे में 12 पेट्रोल पंप संचालित हो रहा है। इसके आसपास घनी आबादी और करीब 300 मीटर की दूरी पर विभिन्न निजी स्कूलें और जिला अस्पताल संचालित हो रहा है।
अधिकांश पंपों में सीसी टीवी कैमरा समेत सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है। ऐसे मेंं यदि विवाद की स्थिति उत्पन्न होने पर भयानक परिणाम सामने आ सकता है। सूत्रों की मानें तो 13 सितंबर 2018 से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतोंं में बढ़ोत्तरी हो रही है। 26 सितंबर को पेट्रोल की कीमत जहां 83.64 रूपए थी, वहीं 27 को 83.64 रूपए, 28 को 88.99 रूपए तथा 29 को 84.17 रूपए, 30 को 84.24 रूपए तथा 3 अक्टूबर को यह 0.23 पैसा बढक़र 84.59 रूपए जा पहुंचा हैं। ऐसे मेंं पेट्रोल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि से आमजन परेशान हैं।

नीति को लेकर रोष
उधर पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर युकां समेत कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठों के नेताओं ने आंदोलन की चेतावनी दी है। एनएसयूआई के विधानसभा अध्यक्ष राजा देवांगन का कहना है कि केन्द्र मेंं सत्तारूढ मोदी सरकार की गलत नीतियों के चलते आम जनता को 84 रूपए कीमत में पेट्रोल-डीजल खरीदना पड़ रहा है। ऐसे मेंं जनता को आवाज को सरकार तक पहुंचाने के लिए इसी सप्ताह आंदोलन किया जाएगा।

करेंगे कलक्ट्रेट का घेराव
उधर युकां के शहर अध्यक्ष रेहान विरानी का कहना है कि जल्द ही यदि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी नहीं आई, तो शहर में सायकल रैली निकालकर इसका विरोध किया जाएगा। यही नहीं इस मुद्दे को लेकर कलक्ट्रेट का घेराव कर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।

पेट्रोल पंपों में सुरक्षा की दृष्टि से निजी कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। सीसी टीवी कैमरा भी लगाया गया है। फिर भी आए दिन विवाद हो रहा है, जिसके चलते चिंता बढ़ गई है।
अब्दुल रहमान, पंप संचालक

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